दक्षिण एशियाई फुटबॉल संघ (SAFF) के बारे में सबकुछ
दक्षिण एशियाई फुटबॉल संघ (SAFF) से जुड़े सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में पढ़ने को मिल जाएगा। इसमें SAFF का इतिहास, प्रतियोगिताएं, सम्मलित देश आदि शामिल है।
दक्षिण एशियाई फुटबॉल संघ (SAFF) एक फुटबॉल महासंघ है। इसके अंदर दक्षिण एशियाई देशों में फुटबॉल खेलने वाले देश आते हैं। यह मुख्य रूप से इसका उद्देश्य दक्षिण एशिया में फुटबॉल के विकास और प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करने का है। SAFF को 1997 में स्थापित किया गया था और वर्तमान में इसमें आठ सदस्य देश हैं- इंडिया, अफगानिस्तान, बांगलादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका। SAFF का मुख्यालय कोलकाता, भारत में स्थित है।
SAFF का इतिहास:
दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (SAFF) की स्थापना 1997 में हुई। इस संगठन का उद्घाटन भारत के कोलकाता में हुआ। इसमें इंडिया, बांगलादेश, नेपाल, भूटान, मालदीव, पाकिस्तान, और श्रीलंका इसके पहले सदस्य देश थे। अफगानिस्तान ने 2005 में SAFF शामिल हुआ। लेकिन 2015 में अफगानिस्तान ने इस महासंध को छोड़ दिया। SAFF के उद्घाटन के बाद, इसने दक्षिण एशियाई क्षेत्र में फुटबॉल के प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देना शुरू किया। जिसको देखते हुए कुवैत (Kuwait) और लेबनान (Lebanon) जैसे देश इस महासंध से मेहमान टीम के रुप में जुड़ गए।
SAFF की प्रतियोगिताएँ:
1. SAFF चैम्पियनशिप:
SAFF चैम्पियनशिप दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ का प्रमुख टूर्नामेंट है। इसमें SAFF के सभी सदस्य देशों की टीमें भाग लेती हैं। पहला संस्करण 1997 में हुआ था और अब तक कई संस्करण हो चुके हैं। इस टूर्नामेंट से दक्षिणी एशियाई देशों के खिलाड़ियों को विशेष महत्व मिलता है। यह इस क्षेत्र में फुटबॉल की एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है। SAFF चैम्पियनशिप के लिए मुकाबला 2-2 साल के अंतराल पर होता है।
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SAFF उ-15 चैम्पियनशिप:
SAFF उ-15 चैम्पियनशिप उम्र समूह के नवाबी मैदान की प्रतियोगिता है जहां युवा फुटबॉलर्स अपने कौशल को प्रदर्शित करते हैं। इस टूर्नामेंट में सदस्य देशों की उ-15 उम्र समूह की टीमें भाग लेती हैं और यह उम्र समूह के फुटबॉलर्स के विकास को प्रोत्साहित करता है।
SAFF की विजेता टीम:
SAFF चैम्पियनशिप के संबंध में, कई देशों ने इस टूर्नामेंट में विजय हासिल की है। अब तक की सभी संस्करणों में सबसे ज्यादा 8 बार भारत ने यह चैम्पियनशिप अपने नाम की है। भारत के बाद 2 बार मालदीव, 1 बार बंग्लादेश, 1 बार अफगानिस्ता ने यह चैम्पियनशिप अपने नाम की है।