देश

जल्द ही कम होगी प्याज, साद्य तेल और दालों की मंहगाई, राज्य सरकारों को जारी हुए ये निर्देश

त्योहारी सीजन में सरकार ने देश में दालों और खाद्य तेल की कीमतों में महंगाई को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए है। सरकार ने विदेशों से आयात बढ़ाने के साथ ही राज्य सरकारों को खाद्य पदार्थों की जमाखोरी पर भी लगाम लगाने का निर्देश दिया है।

त्योहारी सीजन में सरकार ने देश में दालों और खाद्य तेल की कीमतों में महंगाई को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए है। सरकार ने विदेशों से आयात बढ़ाने के साथ ही राज्य सरकारों को खाद्य पदार्थों की जमाखोरी पर भी लगाम लगाने का निर्देश दिया है।

मलेशिया की वजह से बढ़े खाद्य तेलों के दाम-

खाद्य मंत्रालय के सचिव सुधांशु पांडे ने कहा कि मलेशिया में श्रम संकट और जैव-ईंधन के लिए खाद्य तेलों के डायवर्जन के कारण खाद्य तेलों की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उछाल आया है। इसके बावजूद भारत में इसकी कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। उच्च अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बावजूद भारत में खाद्य तेल की कीमतें कम हैं। इंडोनेशिया, मलेशिया में श्रम समस्याओं के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाम तेल के दाम बढ़ रहे, लेकिन भारत में घट रहे हैं।

ऐसे होगा साद्य तेलों का दाम कम-

सुधांशु पांडे ने आगे कहा कि खाद्य तेलों का आयात बढ़ाने के साथ ही सरकार ने राज्य सरकारों को इसकी जमाखोरी पर सख्ती से रोक लगाने का भी निर्देश दिया है। सरसों के तेल का उत्पादन 10 लाख मीट्रिक टन बढ़ा है। सरकार को उम्मीद है कि इन कदमों का असर जल्द ही दिखने लगेगा और खाद्य तेल की कीमतों में कमी आने लगेगी। इससे त्योहारी सीजन में लोगों को महंगाई से राहत मिलेगी।

प्याज की कीमतों पर भी लगेगी लगाम-

सुधांशु पांडेय ने कहा कि राज्य सरकारें व्यापारियों से बातचीत कर अगले सप्ताह से स्टॉक की सीमा तय करना शुरू कर देंगी। यदि कोई व्यापारी निर्धारित सीमा से अधिक स्टॉक जमा करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्याज की कीमत पर नजर रखने के लिए मंत्रालय की हर हफ्ते बैठक होगी। इस समय देश में 1 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक है।

100 करोड़ कोरोना वैक्सीन टीकाकरण का लक्ष्य हुआ हासिल, अस्पताल पहुंच पीएम मोदी ने ली पूरी खबर

close
Janta Connect

Subscribe Us To Get News Updates!

We’ll never send you spam or share your email address.
Find out more in our Privacy Policy.

और पढ़े

संबधित खबरें

Back to top button