Delhi Pollution Update: सरकार नाकाम! अब पूर्वी हवाओं के भरोषे है दिल्ली का प्रदूषण
सुप्रीम कोर्ट की फटकार और दिल्ली से लेकर केंद्र सरकार तक के प्रयास भी प्रदूषण (Delhi Pollution Update) को कम नहीं कर पा रहे हैं। प्रदूषण जहर बनकर राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोगों के अंदर समा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार और दिल्ली से लेकर केंद्र सरकार तक के प्रयास भी प्रदूषण (Delhi Pollution Update) को कम नहीं कर पा रहे हैं। प्रदूषण जहर बनकर राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोगों के अंदर समा रहा है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गुरुवार, 18 नवंबर को भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। हालांकि बुधवार से इसमें मामूली सुधार हुआ है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) ने गुरुवार सुबह करीब साढ़े छह बजे दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 362 पर मापा है। बता दें कि दिल्ली की समग्र एक्यूआई बुधवार के 379 थी।
पूर्वी हवाओं से मिलेगा दिल्ली को प्रदूषण से राहत-
मौसम विज्ञानिकों को अनुसार पूर्वी हवाओं के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार को ‘गंभीर’ से बुधवार को ‘बेहद खराब’ हो गई थी। बताया जा रहा है कि प्रदूषण से दिल्लीवासियों को अधिक स्थायी राहत अब से तीन दिन के बाद ही मिल सकती है जब ये पूर्वी हवाएं और तेज हो जाएंगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को अधिकतम हवा की गति 8 किमी प्रति घंटे की गणना की। मौसम अधिकारियों ने महसूस किया कि 21 नवंबर से गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
दिल्ली सरकार ने भी कसी कमर-
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार के विभागों में 21 नवंबर तक 100 फीसदी वर्क फ्रॉम होम होगा। वायु प्रदूषण संकट को देखते हुए दिल्ली में स्कूल, कॉलेज और पुस्तकालय अगले आदेश तक बंद रहेंगे। गोपाल राय ने यह भी बताया कि दिल्लीभर में 13 हॉटस्पॉट पर पानी छिड़कने के लिए दमकल की गाड़ियां तैनात की जाएंगी। 13 हॉटस्पॉट में रोहिणी, द्वारका, ओखला फेज- II, पंजाबी बाग, आनंद विहार, विवेक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, आर के पुरम, बवाना, मुंडका, नरेला और मायापुरी शामिल हैं। दिल्ली सरकार ने भी 21 नवंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में आवश्यक सामान ले जाने वालों को छोड़कर ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है।
Delhi Pollution Update: प्रदूषण को लेकर ‘राम भरोसे’ दिल्ली सरकार
जाहिर सी बात है कि सरकार की इस पाबंदी का प्रदूषण को कम करने में जरुर ही असर दिखेगा। लेकिन पूर्वी हवाएं प्रदूषण को दिल्ली से दूर ले जाने में जो असर दिखाएंगी वो शायद दिल्ली सरकार भी न कर सके। दिल्ली सरकार को प्रदूषण से लड़ने के लिए सिर्फ नवंबर महीने में ही नहीं बल्की साल के सभी महीनों में जागरुकता और अभियान चलाने की जरुरत है।