दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से राहत नहीं, AQI गंभीर श्रेणी में कायम
दिल्ली के अधिकत्तर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचांक आज भी गंभीर श्रेणी में बरकरार है। सबसे अधिक अलीपुर और मुंडका में 463 AQI दर्ज किया गया। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शहर के कुछ भागों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 को पार कर गया।
दिल्ली-एनसीआर में रह रहे लोगों को वायु प्रदूषण से कोई राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है। दिल्ली के अधिकत्तर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI आज भी गंभीर श्रेणी में बरकरार है। सबसे अधिक अलीपुर और मुंडका में 463 AQI दर्ज किया गया। वहीं, जहांगीरपुरी और वजीरपुर में 460 AQI दर्ज किया गया है। इसके अलावा अशोक विहार, रोहिणी, विवेक विहार और बवाना में 457 AQI रहा। जबकि आनंद विहार में 454, नरेला में 453 सोनिया विहार में 450, द्वारका-सेक्टर 8 और पंजाबी बाग में 440, नेहरू नगर में 438, पटपड़गंज में 435, मंदिर मार्ग में 428, नजफगढ़ में 425 और शादीपुर में 423 AQI दर्ज किया गया है।
उधर, दिल्ली में ग्रैप-4 के तहत दिशा-निर्देश लागू कर दिए गए है। इसी के साथ बढ़ते प्रदूषण और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले इसके दुष्परिणामों को देखते हुए कई अहम कदम भी उठाये गए हैं। दिल्ली में 23 नवंबर तक सभी कक्षाओं के लिए प्रशासन ने स्कूल जाकर पढ़ाई करने की जगह ऑनलाइन क्लास कराने के निर्देश दिए हैं। ऑफिस और कंपनियों को जितना संभव हो सके, वर्क फॉर्म होम देने की अपील भी की गई है। साथ ही लोगों को यातायात के लिए अधिक से अधिक सार्वजनिक साधन का उपयोग करने की अपील की गई है। जिससे यातायात साधनों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण में कमी आ सके।
बता दें कि लंबे समय तक वायु गुणवत्ता स्तर का गंभीर श्रेणी में रहना स्वस्थ व्यक्ति को बीमार कर सकता है। साथ ही यह बच्चों, बुजुर्गों और श्वास संबंधी मरीजो के लिए भी बेहद खतरनाक है। अच्छी वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 होना चाहिए, जो कि प्रदूषण के कारण बढ़कर 400 के पार पहुंच गया है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता की स्थिति बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक आज सुबह 7 बजे 422 दर्ज हुआ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शहर के कुछ भागों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 को पार कर गया। दिल्ली के अशोक विहार स्टेशन पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 457, आनंद विहार में 454, जहांगीर पुरी में 460, मुंडका में 463, रोहिणी में 457 और वजीरपुर में 460 दर्ज हुआ।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता अति गंभीर, इनपर लगी पाबंदी
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने 23 नवम्बर तक सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दिये हैं। इस दौरान केवल ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी। मेरठ के जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने भी 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिये हैं। मेऱठ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 375 पर पहुंच गया। जिले में वायु प्रदूषण रोकने के लिए ग्रैप प्रणाली लागू कर दी गई है।
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