अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद ट्रंप ने अमेरिका को ही धो डाला!
तालिबान का अब अफगानिस्तान पर पूर्ण रुप से कब्जा हो चुका है। तालिबान के डर से हजारों की संख्या में अफगानिस्तान के नागरिक देश छोड़कर भाग रहे हैं।
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तालिबान का अब अफगानिस्तान पर पूर्ण रुप से कब्जा हो चुका है। तालिबान के डर से हजारों की संख्या में अफगानिस्तान के नागरिक देश छोड़कर भाग रहे हैं। अफगानिस्तान में चारों तरफ अफरा तफरी का माहौल है। अफगानिस्तान की ऐसी भयावह तस्वीर को देख अमेरिका ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। हालांकि वर्तमान में अमरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान की स्थिति को देख अचंभा जताने के अलावां और कुछ नहीं किया है।
अफगानिस्ता की स्थिति पर Donald Trump ने क्या कहा-
तालिबान का अफगानिस्तान पर कब्जा होने के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) चुप्पी चोड़ी। ट्रंप ने कहा है कि तालिबान का विरोध किए बिना काबुल का पतन होना अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार है। यह हार इतिहास के पन्नों पर दर्ज होगी। तालिबान ने काबुल में बने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है। इसी के साथ अफगानिस्तान के निर्वाचित नेता अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़ ताजिकिस्तान चले गए हैं। जिस पर बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान दिया कि जो बाइडेन ने अफगानिस्तान में जो किया वह अपूर्व है। इसे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार के रूप में याद रखा जाएगा। तो वहीं संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने भी बाइडन सरकार को लताड़ लगाई। निक्की ने कहा कि इसे बाइडेन प्रशासन की विफलता कहा जाएगा।
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जो बाइडन ने नहीं दिया अफगानिस्तान का साथ?-
व्हाइट हाउस के अधिकारियों के मुताबिक बाइडेन रविवार को कैंप डेविड में रहे। जहां उन्हें अफगानिस्तान पर लगातार जानकारी दी जाती रही और वह अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के सदस्यों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल करते रहे। लेकिन अफगानिस्तान की मदद करने के लिए इस बार अमेरिकी सैनिकों ने मोर्चा नहीं संभाला।