राष्ट्रपति बनते ही बाइडेन ने लिया ये बड़ा फैसला, करीब 5 लाख भारतीयों को होगा इसका फायदा
बाइडन ने पद संभालते ही ट्रंप प्रशासन की इमिग्रेशन पॉलिसी के विपरित्त फैसला लेते हुए कहा कि वह इस नुकसान की भरपाई करेंगे। इस आदेश के तहत 1 जनवरी 2021 तक अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे लोगों की पृष्ठभूमि की जांच की जाएगी।
अमेरिका को अब आधिकारिक तौर पर एक नया राष्ट्रपति मिल गया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडेन ने बुधवार (20 जनवरी) को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपती के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रपति पद संभालते ही बाइडेन तुरंत ऐक्शन में आ गए हैं। उन्होंने वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई फैसलों को पलटने का आदेश दे दिया है। बाइडेन के इस एक आदेश से लगभग 5 लाख भारतीयों को फायदा होने वाला है।
5 लाख भारतीयों को होगा फायदा-
दरअसल, बाइडेन ने प्रवासियों को राहत देने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया है। जिससे अमेरिका में रह रहे 1.1 करोड़ ऐसे प्रवासियों को फायदा होगा जिनके पास कोई कानूनी दस्तावेज नहीं है। अनुमान के मुताबिक इसमें करीब 5 लाख भारतीय भी शामिल हैं।आपको बता दें जो बाइडेन ने शपथ लेने के बाद सबसे पहले ट्रंप की विवादास्पद इमिग्रेशन पॉलिसी में बदलाव के तहत कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किया है। बाइडन ने अमेरिकी कांग्रेस में कहा कि वह 1.1 करोड़ अवैध प्रवासियों के नागरिकता का रास्ता तय करने के लिए कानून बनाया जाए। अमेरिकी सीनेटर बॉब मेनेडेज और लिंडा सांचेज कांग्रेस में पेश करने के लिए इस विधेयक को तैयार करने में जुट गए हैं।
ट्रंप सरकार की इमिग्रेशन पॉलिसी हुई खत्म-
बाइडन ने पद संभालते ही ट्रंप प्रशासन की इमिग्रेशन पॉलिसी के विपरित्त फैसला लेते हुए कहा कि वह इस नुकसान की भरपाई करेंगे। इस आदेश के तहत 1 जनवरी 2021 तक अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे लोगों की पृष्ठभूमि की जांच की जाएगी। यदि वे टैक्स देने के साथ-साथ अन्य बुनियादी जरूरतें पूरी करते हैं, तो उनके लिए पांच साल के अस्थायी नागरिकता का प्रवधान किया जाएगा। इसके तहत उन्हें ग्रीन कार्ड दिया जाएगा और बाद में उन्हें और तीन साल के लिए नागरिकता मिल सकती है।
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एक करोड़ से अधिक लोगों पर मंडराया खतरा टला-
गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन की इमिग्रेशन पॉलिसी से 1.1 करोड़ अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर भेजे जाने का खतरा मंडराना रहा था। इसको लेकर काफी विवाद हुआ और ट्रंप के इस कदम को अमेरिकी मूल्यों पर हमला कहा गया था। चुनाव के दौरान बाइडेन ने ट्रंप की इमिग्रेशन पॉलिसी पर जम कर प्रहार किया था। जिसका लाभ उन्हें चुनाव में मिला।
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