यूपी में डेंगू की मार! साइकल पर बेटी को बैठा इलाज के लिए भटकते मजबूर माता-पिता
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बाद डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन डेंगू के सैकड़ों मामले दर्ज किए जा रहे हैं। जिससे हालात यह है कि जिला अस्पतालों में मरीजों को इलाज मिल सके इतने बेड खाली नही हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बाद डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन डेंगू के सैकड़ों मामले दर्ज किए जा रहे हैं। जिससे हालात यह है कि जिला अस्पतालों में मरीजों को इलाज मिल सके इतने बेड खाली नही हैं। इस सच को उजागर करती ऐसी ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें (Dengue In Firozabad) एक मजबूर पिता अपनी बेटी को साइकल पर बैठा कर इलाज के लिए अस्पताल के चक्कर काट रहा है।
मजबूर पिता कहां कराए बेटी का इलाज?
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक पिता अपनी बेटी को साइकिल पर बैठा कर सड़क पर पैदल चल रहा है। पिछे-पिछे बच्ची की मां की चली जा रही है। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है पियूष राय ने, जोकि खुद के परिचय में पत्रकार लिखते हैं। उन्होने इस वीडियो को लेकर लिखा, “सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच के लिए कष्टदायी संघर्ष। यूपी के फिरोजाबाद में राज्य मेडिकल कॉलेज से घर लौट रहा एक परिवार, जहां जिले भर में डेंगू के मरीजों की भारी आमद देखी जा रही है।” इसके पीछे का सच क्या है जनता कनेक्ट इसकी कोई पुष्टी नहीं करता है।
The excruciating struggle for access to public healthcare. A family on its way back home from SN medical college in UP’s Firozabad which is seeing heavy influx of dengue patients across the district. pic.twitter.com/NQGCLmZFVI
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) September 13, 2021
सिर्फ संस्कृत ही नहीं बल्की यह भी है भगवान की अपनी भाषा- हाई कोर्ट
मनीष सिसोदिया ने वीडियो देख कही यह बात-
दिल्ली के शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी इस वीडियो को शेयर किया। जिसमें उन्होने लिखा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का कारनामा देखिए.. दूर दराज से लोग अपने बच्चों को साइकल पर बिठाकर डेंगू का इलाज कराने ज़िला अस्पताल आते हैं लेकिन अस्पताल में… न बिस्तर न इलाज… माँ बाप बीमार बच्चे को उसी हालात में वापस ले जाने पर मजबूर।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का कारनामा देखिए ..
दूर दराज से लोग अपने बच्चों को साइकल पर बिठाकर डेंगू का इलाज कराने ज़िला अस्पताल आते हैं लेकिन अस्पताल में … न बिस्तर न इलाजमाँ बाप बीमार बच्चे को उसी हालात में वापस ले जाने पर मजबूर https://t.co/JB5fc5wkQ6
— Manish Sisodia (@msisodia) September 14, 2021