एनडीेए के दबाव में काम कर रहें हैं नीतीश कुमार?
कांग्रेस के एक नेता ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए में बीजेपी के दबाव में काम कर रहें हैं। इसलिए उन्हें महागठबंधन में वापस लौटकर 'स्वतंत्र' होकर राज्य के विकास के लिए काम करना चाहिए।
बिहार की सियासत को समझ पाना इतना आसान नहीं है। विधानसभा चुनाव को बीते काफी समय हो चुका है। लेकिन फिर भी बिहार की राजनीति में तीखी बयान बाजी अभी भी देखने को मिल रही है। बिहार में नीतिश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है। वहीं, दूसरी ओर विपक्ष भी लगातार सरकार बनाने कि जद्दोजहत में लगा हुआ है। इसके लिए विपक्ष मुख्यमंत्री नीतिश कुमार तक को महागठबंधन में शामिल करने कि बात कर रहा है।
दबाव में काम कर रही नीतीश सरकार?
दरअसल, कांग्रेस के एक नेता ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए में बीजेपी के दबाव में काम कर रहें हैं। इसलिए उन्हें महागठबंधन में वापस लौटकर ‘स्वतंत्र’ होकर राज्य के विकास के लिए काम करना चाहिए। कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने ये बयान दिया है। हालांकि, प्रदेश में महागठबंधन का नेतृत्व कर रही आरजेडी और कांग्रेस पार्टी ने इसे खारिज करते हुए कहा कि यह महागठबंधन का आधिकारिक बयान नहीं है।
नीतीश पर गृह विभाग छोड़ने का दबाव-
शर्मा ने यह बाते पिछले हफ्ते नीतीश और पत्रकारों के बीच हुई तकरार का जिक्र करते हुए कहा, जिसमें नीतिस कुमार प्रदेश में लॉ एंड ऑडर के सवाल पर विफर गये थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास सबसे महत्वपूर्ण, गृह विभाग है, जिसे छोड़ने का दबाव उनपर बनाया जा रहा है। महागठबंधन, नीतीश कुमार का पुराना घर है, यदि वह वापस लौटने का विकल्प चुनते हैं तो वह राज्य की प्रगति के लिए स्वतंत्र रूप से काम कर सकेंगे।
महागठबंधन से नीतीश का पुराना रिश्ता-
आपको बता दें नीतीश ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए से अलग होकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के साथ हाथ मिलाते हुए महागठबंधन का गठन किया था जिसमें जेडीयू और आरजेडी के साथ साथ कांग्रेस भी शामिल हुई थी। हालांकि आरजेडी के साथ मतभेदों के कारण नीतीश ने जुलाई 2017 में महागठबंधन से नाता तोड़कर वापस बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में एनडीए की नई सरकार बना ली थी। गौरतलब है कि पिछले महीने बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान ने कहा था कि मुख्यमंत्री को गृह विभाग छोड़ देना चाहिए।