Hari Nagar और Vasant Vihar बस डिपो के आए अच्छे दिन, मंत्री कैलाश गहलोत ने लगाई मुहर!
केजरीवाल सरकार दिल्ली की पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग हरि नगर (Hari Nagar) और वसंत विहार (Vasant Vihar) डिपो में विकसित करेगी। दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की विभिन्न साइटों पर दिल्ली परिवहन विभाग यह मल्टी-लेवल बस पार्किंग की सुविधा विकसित करने जा रही है।
केजरीवाल सरकार दिल्ली की पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग हरि नगर (Hari Nagar) और वसंत विहार (Vasant Vihar) डिपो में विकसित करेगी। दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की विभिन्न साइटों पर दिल्ली परिवहन विभाग यह मल्टी-लेवल बस पार्किंग की सुविधा विकसित करने जा रही है। नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (NBCC) द्वारा निष्पादित की जाने वाली इस परियोजना का लक्ष्य 2 प्रमुख डीटीसी डिपो- हरि नगर और वसंत विहार को विश्व स्तरीय डिपो में विकसित करना होगा। इसमें रिटेल के साथ-साथ वर्तमान पार्किंग क्षमता से 2 से 3 गुना ज़्यादा गाड़ियां पार्क हो सकेंगी।
अब के मुकाबले 2024 में खड़ी हो सकेंगी इतनी बसें-
हरि नगर बस डिपो I और II कुल 5 एकड़ एरिया में फैला हुआ है। वर्तमान समय में यहां 100 बसों के खड़े होने का स्थान है। जल्द ही इस डिपो पर 4 मंजिला पार्किंग बनने से एक समय में 330 बस खड़ी हो सकेंगे। तो वहीं वसंत विहार बस डिपो 6.21 एकड़ एरिए में फैला हुआ है। जिसमें फिलहाल के लिए 230 बसें ही खड़ी हो सकती हैं। लेकिन वहां दिल्ली सरकार 7 मंजिला पार्किंग बनाकर इस छमता को 400 बसें तक करेगी। इनमें 2.6 लाख वर्ग फुट से अधिक की बेसमेंट पार्किंग भी होंगी, जिसमें 690 से अधिक गाड़ियां खड़ी हो सकेंगी।
Take a look at Delhi’s first Multi-Level Bus Parking 😍
“Yet another world-class, state of the art public transport infra that @ArvindKejriwal govt will give to the people of Delhi”: @kgahlot
📍Location: Hari Nagar & Vasant Vihar depot pic.twitter.com/NpsnrfvbAr
— AAP (@AamAadmiParty) September 9, 2021
45 डिग्री कोणों का किया जाएगा उपयोग-
इन डिपो के डिज़ाइन में शोर और कंपन प्रभाव विश्लेषण के बाद, स्टील हेलीकल स्प्रिंग्स के ज़रिये वाइब्रेशन आइसोलेशन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही पार्किंग दक्षता के लिए 45 डिग्री कोण टेक्निक का इस्तेमाल भी किए जाने का वादा है। यह डिजाइन विदेशों में इसी तरह की परियोजनाओं और लाइव केस स्टडीज और सिमुलेशन के विस्तृत शोध के बाद किए गए हैं। इसके साथ ही 45 डिग्री कोणों के उपयोग से प्रत्येक डिपो में 10-15 फीसद अधिक बसें खड़ी की जा सकेंगी।
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डिपो पर उपलब्ध होंगी यह सुविधाएं-
डिपो सम्बंधित विभिन्न सुविधाओं जैसे वाशिंग पिट, ईंधन भरने वाले स्टेशन जिन्हें भविष्य में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा, इसको भी इन साइटों पर शामिल किया जाएगा। इन 2 स्थलों के अलावा, शादीपुर और हरि नगर 3 में डीटीसी कॉलोनियों को रिटेल और वाणिज्यिक सुविधाओं के साथ आवासीय इकाइयों में पुनर्विकसित किया जा रहा है। इनमें दिल्ली मास्टर प्लान 2021 के मानदंडों के अनुसार ईडब्ल्यूएस (EWS) आवास भी शामिल होंगे।
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DTC और NBCC के बीच हुआ था यह समझौता-
इससे पहले अक्टूबर 2020 में डीटीसी का एनबीसीसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ था। जिसके अनुसार एनबीसीसी बहु-स्तरीय बस पार्किंग डिपो और डीटीसी की आवासीय कॉलोनियों के पुनर्विकास में परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में कार्य करेगा। इन मल्टी लेवल बस डिपो का निर्माण इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा और 2024 तक चरणबद्ध तरीके से पूरा हो जाएगा।
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दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कही यह बात-
इस संबंध में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot) ने कहा कि केजरीवाल मॉडल ऑफ़ गवर्नेंस के तहत बहु-स्तरीय बस पार्किंग एक और विश्व स्तरीय, अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर होगा, जो दिल्ली के लोगो को समर्पित की जाएगी। आत्मनिर्भर, शून्य-ऊर्जा पर बनी यह सुविधा निस्संदेह दिल्ली को सार्वजनिक परिवहन और परिवहन बुनियादी ढांचे में दुनिया के शीर्ष शहरों की सूची में डाल देगी।