Goa Election का ये राजनीतिक समीकरण BJP के लिए रेड अलर्ट है!
गोवा (Goa Election 2022) देश का सबसे छोटा राज्य है। यहां वर्तमान में बीजेपी की सरकार है। बीजेपी सरकार में प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री (CM Pramod Sawant) हैं। पांच राज्यों में गोवा भी एक राज्य है जहां इस बार फरवरी 2022 में 8वां विधानसभा चुनाव होना है। बता दें कि गोवा को 1987 में राज्य का दर्ज मिला था।
गोवा (Goa Election 2022) देश का सबसे छोटा राज्य है। यहां वर्तमान में बीजेपी की सरकार है। बीजेपी सरकार में प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री (CM Pramod Sawant) हैं। पांच राज्यों में गोवा भी एक राज्य है जहां इस बार फरवरी 2022 में 8वां विधानसभा चुनाव होना है। बता दें कि गोवा को 1987 में राज्य का दर्ज मिला था। गोवा में कुल 40 विधानसभा सीट हैं। जिनपर इस बार 14 फरवरी 2022 पर मतदान होगा। देश के पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर के बाद अब बीजेपी के हाथ से गोवा फिसल रहा है।
गोवा 2017 में हार गई थी बीजेपी-
2017 का जब विधानसभा चुनाव हुआ तब बीजेपी पार्टी ने विकास के नाम पर कई ढोल बजाए। लेकिन जब नतीजा 11 मार्च 2017 को सामने आया तब बीजेपी पस्त हो चुकी थी। 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने बाजी मार ली थी। गोवा की कुल 40 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस के नाम सबसे ज्यादा 17 सीटे थीं। बीजेपी के नाम 13, एमजीपी के नाम 3, जीएफपी के नाम 3, एनसीपी के नाम 1 और निर्दलीय के नाम 3 विधानसभा की सीटें थीं। गोवा में चुनाव के इन नतीजों को देखने के बाद किसी भी पार्टी की सरकार नहीं बन रही थी।
केंद्र में सत्ता की वजह से बन गई सरकार-
केंद्र में जिस भी पार्टी की सरकार होती है। ऐसे दांवपेंच में राज्य में कमल उसकी पार्टी का खिलता है। बीजेपी को सरकार बनाने के लिए 20 विधायकों की जरुर थी। बीजेपी के पास 13 खुद के थे उन्हे 7 और विधायकों की जरुरत थी। ऐसे में बीजेपी ने वहां की स्थानीय पार्टियां एमजीपी (3), जीएफपी (3) और दो निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर अपनी सरकार बना ली। इस सरकार के मुख्यमंत्री बने प्रमोद सावंत।
गोवा 2019 में हुआ ये बड़ा खेल-
गोवा में साल 2019 में एक बड़ा खेल हुआ। खेल में कांग्रेस के 10 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया। जिसके बाद बीजेपी मजबूत हो गई। लेकिन इसी के साथ बीजेपी ने अपने सहयोगी दल एमजीपी और जीएफपी का भी पत्ता काट दिया। जिसके बाद इन सहयोगी दलों ने दुसरे दलों की तरफ देखना शुरु कर दिया।
मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड के बाहर लगी लंबी कतार, लोगों को हुई परेशानी
गोवा 2022 अकेली है बीजेपी, साथ है विपक्ष-
14 फरवरी 2022 को गोवा में होने वाले मतदान से पहले ही बीजेपी अकेली हो चुकी है। बीजेपी के पास कांग्रेस के 10 बागी विधायक जरुर हैं। लेकिन किसी अन्य क्षेत्रिय दल का समर्थन नहीं मिल रहा है। ऐसे में विपक्ष के पास पूरा मौका है। विपक्ष में कांग्रेस के साथ इस बार त्रिमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और क्षेत्रिय पार्टियां हैं। बीजेपी ने जिनका पत्ता काटा उनमे से एमजीपी ने त्रिमूल कांग्रेस का हाथ थामा है। जीएफपी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। आम आदमी पार्टी फ्री बिजली, पानी और शिक्षा को लेकर तेजी से गोवा को लेगों के दिलों में जगह बना रही है।
दिल्ली में साप्ताहिक कर्फयू का पहला दिन कैसा रहा
चेहरा और राजनीतिक समीकरण दोनो कमजोर-
ऐसे में 2017 में 13 सीट जीतने वाली बीजेपी के लिए गोवा मुश्किल भरा रहेगा। इसी के साथ प्रमोद सावंत की छवी भी गोवा में उस तरह से नहीं बन पाई है जैसे कि कभी मनोहर पर्रिकर की हुआ करती थी। चेहरा कमजोर और राजनीतिक समीकरण उससे भी कमजोर होने के कारण गोवा बीजेपी के हाथों से अब जाता हुआ नजर आ रहा है।