अच्छी सलाह लेना कब बंद कर रहे हैं, आप ?
अच्छी सलाह हमेशा आपको जीवन जीने के तमाम तरीकों से दूर ले जाती है जिसपर चलकर आप जीवन के ने आयामों का पता लगा सकते हैं जहां और खासकर की सलाह देने वाले नाकामयाब रहे हैं।
यह लोग शायद इस भ्रम में जीते हैं कि दूसरे व्यक्ति के जीवन के बारे में उनसे अच्छी सलाह और कोई नहीं दे सकता है। इन लोगों का यह भी मानना होता है कि उनकी सलाह जब मानी जाएगी तभी सब ठीक होगा अन्यथा परिस्थितियां और भी खराब हो सकती हैं। सलाह देने वाला व्यक्ति अपनी अंतिम सांस को भी रोक कर आपको मुफ्त की ऐसी अच्छी सलाह दे जाएगा जिसको लेकर आप भी अपना जीवन खपाने लगेंगे ( “मरता हुआ आदमी कभी झूठ नहीं बोलता” )।
अच्छी सलाह हमेशा कोयले को तपने से रोकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अच्छी सलाह बिना तपे कोयले को हीरा बनने का मार्ग दिखाने लगती है। यही कारण है कि हालात ठीक करते-करते इंसान खुद उस अच्छी सलाह का शिकार हो जाता है।
अच्छी सलाह अक्सर आपको सुन लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए करना भी जरूरी है क्योंकि इसमें सलाह देने वाले व्यक्ति का अपना दिमाग लगा है, दिनों-रात एक करके उस व्यक्ति ने आपके बारे में सोचा है, आपके जीवन को ना जाने कितनी बार शोध किया है। आपको सलाह देने के लिए आज वो कोई और काम सही से नहीं कर सका है और आपकी राह देखता छुट्टियों में काम का इंतेज़ार किया है। आपको जब वह पूर्णतः अच्छी सलाह दे रहा है और आप नहीं ले रहे तो उसको जो दर्द होगा उसका क़र्ज़ वह आपसे ही चुकाएगा।
अब आप फंस चूके हैं। अच्छी सलाह तो मिलकर ही रहेगी। यह बिल्कुल उसी प्रकार है जैसे कि आप जब पैदा हुए तब आपको मालूम चला कि आप का धर्म इस्लाम है और यहां सभी बच्चों को खतना तो करवाना ही पड़ता है। अब यहां अच्छी सलाह ही कटवाना है। इससे अच्छी सलाह किसी ने दी तो अब्बू नाराज हो जाएंगे।
खैर, अच्छी सलाह देने वाला व्यक्ति अगर दूसरों के बारे में इतना जानता है कि वह सभी को अच्छी सलाह देता फिरता है तो सोचिए कि वह खुद के बारे में कितना जानता होगा। क्या आपने यह प्रश्न कभी सलाह देने वाले व्यक्ति से पूछा है। खुद के बारे में, खुद की क्या अच्छी सलाह है? किसी की भी सलाह लेने से पहले यह जरूर जान लें कि उस व्यक्ति कि खुद के बारे में क्या सलाह है। अब उसकी सलाह, अगर आपकी सलाह जोकि आप उसके बारे में रखते हैं से मिलती हुई दिख रही है तब जाके ही उसकी सलाह जरूर सुन लें। इससे दिल का अच्छी सलाह का बोझ हल्का हो जाएगा।
सलाह सिर्फ उससे ही लें जो सलाह देने का हक रखता हो। हकदार सलाहकार कभी भी मुफ्त में सलाह नहीं देते हैं। अब चाहे वह वकील हो, डॉक्टर, शिक्षक या व्यापारी हो। सलाह लेने के बाद उस सलाह को मानना है या नहीं यह हक आप हमेशा अपने पास रखें। क्योंकि यही वह हक जो जिंदगी आपको देती है, खुद को जीने के लिए। नहीं तो आपको पता ही है, ” अच्छी सलाह जिंदगी को जीने के उन सभी मार्गों को बंद कर देती है जिससे जिंदगी के नए नए आयामों के बारे में पता चलता है।”
लेखक ~ शुभम मिश्रा