Kanuni Salah Book Review: एम. जे. एन्टनी की “कानूनी सलाह”
कानूनी सलाह ( Kanuni Salah ) नाम से प्रकाशित इस किताब को लेखक एम. जे. एन्टनी ने लिखा है। इस किताब में उन तमाम कानूनों का जिक्र किया गया है जोकि आए दिन एक आम नागरिक के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कानूनी सलाह ( Kanuni Salah ) नाम से प्रकाशित इस किताब को लेखक एम. जे. एन्टनी ने लिखा है। इस किताब में उन तमाम कानूनों का जिक्र किया गया है जोकि आए दिन एक आम नागरिक के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। भारत में रहने वाले ज्यादातर लोगों को यह तक नहीं पता कि वह पुलिस से क्यों इतना डरते हैं। इसका प्रमुख कारण उन अधिकारियों को ना जानना है जोकि संविधान में उन्हें दिए गए हैं। एफआईआर दर्ज करवाने से सुप्रीम कोर्ट तक जाने और व्यक्ति के अपने अधिकारों के बारे में उसे जागरूक करती यह कानूनी सलाह किताब काफी मददगार साबित है।
क्यों महत्वपूर्ण है ‘कानूनी सलाह’ को पढ़ना –
हमारा देश भारत एक विकासशील देश है। सलाह है कि विकासशील देशों में रहने वाली जनता को अपने देश के कानून के बारे में जरूर ही ज्ञान रखना चाहिए। ऐसा इसलिए ताकि उनके मूलभूत अधिकारों का हरण कोई और ना कर सके। इस किताब में कानून की बुनियादी बातों से लेकर आज के सूचना औद्योगिक युग में जरूरी कानूनों को जानने की बात की गई है। कानून की जानकारी न होने के कारण आम लोग पुलिस थाने या कोर्ट के सामने जिन मुसीबतों या झंझट में फंस जाते हैं उनसे वे इस किताब को पढ़ने के बाद आसानी से बच सकते हैं। साथ ही इससे कानूनी दांवपेच से अनजान जनता को शक्ति मिलेगी और खासकर कि वे कानूनी ज्ञान में आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
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किताब का नाम : कानूनी सलाह ( Kanuni Salah )
लेखक : एम. जे. एन्टनी
प्रकाशन : हिन्द पॉकेट बुक्स
कीमत : 175 अधिकतम मूल्य
कुल पृष्ठ : 228
प्रथम प्रकाशन : 2006
कुल विषय सूची : 26
‘कानून सलाह’ से कुछ महत्वपूर्ण विषय सूची –
वैसे तो इस किताब ( Kanuni Salah ) में जितने क़ानूनों के बारे में दिया गया है वह सभी जरूरी हैं। लेकिन उनमें से कुछ यहां लिखा जा रहा है जिसे पढ़ कर आप किताब के स्तर का अंदाजा लगा सकते हैं। पुलिस से वास्ता, विवाह के भूकंप, युवा वर्ग और कानून, कानून और महिलाएं, मानवधिकार की रक्षा, नौकरी की सुरक्षा, वकील का चयन कैसे करें आदि। किताब के अंदर ऐसे कुछ 26 विषय हैं जिसपर लेखक ने लोगों को कानून के बारे में जागरूक किया है।
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‘कानूनी सलाह’ में सरल हिंदी भाषा के शब्द –
यह किताब ( Kanuni Salah ) कानून की अन्य किताबों की तरह जटिल या उदास करने वाली नहीं है। इस किताब की यह ही खासियत है कि सरल भाषा में आपको जरूरी कानूनी सलाह देना है। इस किताब को पढ़ना आसान है। इसमें हिंदी और कुछ अंग्रेजी के शब्दों का चयन किया गया है। जोकि आसानी से समझ आने वाले हैं।