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Think and Grow Rich Book Review: लेखक Napoleon Hills की दमदार किताब

Think and Grow Rich Book Review: इस किताब को नेपोलियन हिल (Napoleon Hill) ने 1937 में लिखा था। इतने वर्षों बाद भी यह किताब आज भी उतनी ही कारगर है जैसेकि यह किताब तब थी जब इसे लिखा गया था।

Think and Grow Rich Book Review: “Think and Grow Rich” किताब के लेखक नेपोलियन हिल (Napoleon Hill) की लिखी गई एक महत्वपूर्ण स्वयंसहायता, मानवीय विकास और सामरिक किताब है। इस किताब में उच्चतम सफलता और धन की प्राप्ति के लिए मानसिकता के महत्व को बताया गया है। इस किताब की खास बात यह भी है कि यह अप्रभावी और निराशाजनक सोच को पलटने के लिए उद्दीपक की तरह प्रेरक कहानियां और रास्तों को दिखाती है।

किताब का नाम: सोचो और अमीर बनो (Think and Grow Rich)
लेखक का नाम: नेपोलियन हिल (Napoleon Hill)
प्रकाशन: अमेजिंग रिड्स (Amazing Reads)
कुल पृष्ठ: 331
किताब की कीमत: अधिकतम 150 रुपये
प्रकार: स्वयंसहायता (Self-Help) 

लेखक परिचय:

लेखक नेपोलियन हिल (Napoleon Hill) का जन्म 26 अक्टूबर, 1883 को अमेरिका के वर्जीनिया राज्य में हुआ और 8 नवंबर, 1970 को यहीं पर उनकी मृत्यु हुई। वह एक प्रमुख स्वयंसहायता किताब लेखक और वक्ता थे। नेपोलियन हिल ने अपनी पहली किताब 1928 में लॉ ऑफ सक्सेस नाम से लिखी। नोपोलियन हिल ने अपनी शिक्षा को सही से नहीं कर पाए थे।

उनके पिता ने उन्हें कानूनी शिक्षा के लिए प्रेरित किया, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर थी। इसके कारण, हिल ने कानून की पढ़ाई छोड़ी और लिखने का काम करने का फैसला किया। उन्होंने विभिन्न पत्रिकाओं में काम किया।लेखक नेपोलियन हिल की जीवन-बदल देने वाली घटना 1908 में हुई, जब उन्हें आर्थिक और मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ आंड्रू आर्नेगी (Andrew Carnegie) से मिलने का मौका मिला।

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यह मुलाकात हिल के लिए परिवर्तनात्मक साबित हुई और उन्होंने आर्नेगी के साथ काम करने का निर्णय लिया। आर्नेगी के प्रेरणादायक विचार और मार्गदर्शन ने हिल को सफलता, संघर्ष और आत्मविश्वास के मुद्दों पर गहरा अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रमुख रचनाएं में से एक है “Think and Grow Rich” (सोचिए और अमीर बनिए), जो व्यापार, सफलता, और व्यक्तिगत विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पुस्तक मानी जाती है। हिल की इस पुस्तक में उन्होंने अपने दृष्टिकोण को और अनुभवों को साझा किया और सफल व्यक्तियों के जीवन के उदाहरणों का उल्लेख किया है।

“Think and Grow Rich” से जुड़े कुछ प्रमुख बिंदू:

दुनियाभर में इस पुस्तक को व्यक्तिगत विकास और व्यापारिक सफलता के लिए, मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। इस किताब में मुख्य रुप से अमेरिकी संगठनात्मक चिंतन के माध्यम से यश और सम्पत्ति की प्राप्ति पर ध्यान केंद्रित किया गया है। “Think and Grow Rich” किताब में कई मुख्य बिंदुओं पर विचार किया गया है, जो आपकी सोच और आपके लक्ष्यों को उन्नति देने का मार्ग दर्शाते हैं। यहां कुछ मुख्य बिंदुएं हैं:

1. भावना का महत्व: इस किताब में इस बात पर खासकर जोर दिया गया है कि आपके लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आपकी भावना किस प्रकार की है इससे बहुत अंतर पड़ता है। क्योंकि लक्ष्य प्राप्ति के लिए सही भावना रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह ध्यान दिलाती है कि यदि आप चाहते हैं कि कुछ आपके पास हो, तो उससे पहले आपको उसके लिए वैसी भावना रखनी होगी।

2. सतर्कता और ध्यान: यह पुस्तक बताती है कि सफलता के लिए आपको अपनी सतर्कता को उन्नत करने और ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको कहीं न कहीं उत्साहबद्धता, समर्पण और समय प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण पहलूओं को ध्यान में रखना होता है।

3. सफल लोगों की कहानियां: इस पुस्तक में, नेपोलियन हिल ने प्रेरक व्यक्तियों की कहानियों का जिक्र किया है, जिन्होंने अपार सफलता प्राप्त की है। इन काहनियों के माध्यम से लेखक पाठकों को यह साफ समझाता है कि सफलता और उसके लिए किए गए परीश्रम के क्या मायने हैं। साथ ही असल में किसी भी लक्ष्य को पाने लिए प्रयासों की कितनी आवश्यकता है।

4. सोच की शक्ति: “Think and Grow Rich” किताब आपकी सोचने की शक्ति को समझाने और उसे उच्चतम स्तर पर ले जाने के लिए विभिन्न तकनीकों की बात करती है। यह किताब प्रेरक वाक्यों और अभ्यासों के माध्यम से बताती है कि आपकी सोच कैसे आपकी जीवनशैली और समृद्धि को प्रभावित कर सकती है।

5. लक्ष्य निर्धारण: यह किताब आपको अपने जीवन के लक्ष्य को तय कर उसके लिए रोजाना आगे बढ़ने पर जोर देती है। साथ ही लक्ष्य प्राप्ति के लिए किन प्रमुख बिंदूओं पर ध्यान रखना चाहिए उसपर भी जोर देती है। जिसे ध्यान में रखकर आप अपने लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ सकते हैं।

6. सकारात्मक सोच: किताब में मुख्य बिंदु एक सकारात्मक मानसिकता की प्रमुखता पर है। नेपोलियन हिल दावा करते हैं कि सकारात्मक सोच आपके विचारों, विचार-प्रवृत्तियों और क्रियाओं को बदल सकती है और इसे सफलता की ओर दिशानिर्देशित कर सकती है।

7. अध्ययन और अभ्यास: यह किताब प्रभावशाली लोगों के जीवन की कहानियों पर ध्यान केंद्रित करती है और बताती है कि सफलता के लिए अध्ययन और अभ्यास की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आपके निर्णयों को बेहतर बनाने और उन्हें सफलता की ओर ले जाने के लिए नई जानकारी का आधार बनाना आवश्यक है।

8. स्वाधीनता का विचार: नेपोलियन हिल का यह विश्वास है कि जब आप स्वाधीनता पर विचार करते हैं तो यह आपके अंदर नई ऊर्जा को जागृत करती है और आपको सफलता की ओर आगे बढ़ाती है। यह किताब आत्मविश्वास और आत्म-विश्लेषण की महत्ता पर जोर देती है।

9. समर्पण और सहयोग: यह किताब दिखाती है कि समर्पण और सहयोग किसी भी कार्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि अगर आपको बड़ी सफलता हासिल करनी है तो इसके लिए आपको लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।

“Think and Grow Rich” किताब से आपको प्रोत्साहित करने वाले वाक्य:

1. “आपकी सोच आपके जीवन का निर्माण करती है।” ( Aapki Soch Aapke Jeevan Ka Nirman Karti Hai )
2. “लक्ष्य निर्धारित करना सफलता के पहले चरण का एक महत्वपूर्ण कदम है।” ( Lakshya Nirdharit Karna Saflataa Ke Pahle Charan Ka Ek Mahatvapurn Kadam Hai )
3. “अध्ययन और अभ्यास सफलता के द्वार खोलते हैं।” ( Adhyayan Aur Abhayas Saflataa Ke Dwar Kholte Hain )
4. “स्वाधीनता का विचार आपको सच्ची सफलता तक पहुंचा सकता है।” ( Swadheenta Ka Vichaar Aapko Sachhi Saflataa Tak Pahuncha Sakta Hai )
5. “समर्पण और सहयोग साझा काम के माध्यम से शक्तिशाली नतीजों को जन्म देते हैं।” ( Samarpan Aur Sahyog Sajha Kaam Ke Madhyam Se Shaktishaali Natijo Ko Janm Dete Hain )
6. “जैसा सोचोगे, वैसा ही बनोगे” ( Jaisa Sochoge Vaisa Hi Banoge )
7. “अपने स्वप्नों को अपनी धारणा बनाएं और उन्हें वास्तविकता में परिणामित करें।” ( Apne Swapno Ko Apni Dharna Banaye Aur Unhe Vastvikta Mein Paridamit Karein )
8. “सफलता का रहस्य आपकी सोच में छिपा होता है।” ( Saflataa Ka Rahsya Aapki Soch Mein Chhipa Hota Hai )
9. “समृद्धि के लिए आपको दृढ़ इच्छाशक्ति, निरंतर प्रयास और आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है।” ( Samrudhi Ke Liye Aapko Dridh Ichhashakti, Nirantar Prayas Aur Aatmavishvas Ki Aavshyktaa Hoti Hai )
10. “अपार सफलता उनके लिए होती है जो कभी हार नहीं मानते हैं।” ( Aapar Saflta Unke Liye Hoti Hai Jo Kabhi Har Nhih Mante Hain )

“Think and Grow Rich” एक मार्गदर्शक पुस्तक है जो सफलता के लिए सकारात्मक सोच, लक्ष्य निर्धारण, अध्ययन और अभ्यास, स्वाधीनता का विचार, समर्पण और सहयोग के महत्व को बल देती है। इस पुस्तक का अध्ययन आपको एक सशक्त और सफल जीवन की ओर अग्रसर कर सकता है। इसलिए अगर आप किसी अच्छी किताब की तलाश में हैं जिसे आप पढ़ना चाहते हैं तो लेखक नेपोलियन हिल ( Napoleon Hill ) की यह किताब आप जरुर ही पढ़ सकते हैं।

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नेपोलियन हिल ने अपने जीवन में अनेक लोगों को प्रभावित किया और उन्होंने अपने लेखन के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को सफलता के लिए प्रेरित किया। उनकी संगठनात्मक और मानसिकता से संबंधित सिद्धांतों ने आधुनिक स्वयंसहायता (Self-Help) गतिविधियों को प्रभावित किया है और उन्हें अमीर और सफल जीवन की ओर प्रेरित किया है।

“Think and Grow Rich” किताब से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-

प्रश्न 1 – “Think and Grow Rich” किताब में कितने पन्ने हैं (how many pages are in think and grow rich)
उत्तर – 331
प्रश्न 2 – “Think and Grow Rich” किताब में कितने पाठ हैं (how many chapters are in think and grow rich)
उत्तर – इस किताब में कुल 15 पाठ हैं।
प्रश्न 3 – कहां से मैं इस किताब को खरीद सकता हूं (where can i buy think and grow rich)
उत्तर – आप इस किताब को ऑनलाइन माध्यमों के साथ किसी भी पुस्तक दुकान से खरीद सकते हैं।
प्रश्न 4 – नेपोलियन हिल ने यह किताब कब लिखा था। (when did napoleon hill write think and grow rich)
उत्तर – नेपोलियन हिल ने “Think and Grow Rich” किताब को 1937 में लिखा था।
प्रश्न 5 – think and grow rich किताब को किसने लिखा है (think and grow rich was written by)
उत्तर – नेपोलियन हिल (napoleon hill)
प्रश्न 6 – क्या think and grow rich किताब अभी भी कामगर है (is think and grow rich still relevant)
उत्तर – किताब को पढ़ने के बाद यह बात को लिखने में कोई हिजक नही है कि यह किताब जब तक इस धरती पर मानव हैं तब तक के लिए कारगर ही रहेगी।
प्रश्न 7 – think and grow rich किताब से 6 सिद्धांत (what are the 6 principles of think and grow rich)
उत्तर – Definiteness of Purpose, Desire, Self Reliance, Definiteness of Plans, Accurate Knowledge, Will Power etc.
प्रश्न 8 – think and grow rich किताब से 13 सिद्धांत (what are the 13 principles of think and grow rich)
उत्तर – Desire, faith, Auto Suggestion, Specialized Knowledge, Imagination, Organized Planning, Decision, Persistence, Power of Master Mind, Mystery of Sex Transmutation, The Subconscious Mind, The Brain, The Sixth Sense, The Six Ghosts of Fear.

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