किसी काम के नहीं हैं केजरीवाल के ट्रैफिक पर खड़े मार्शल, स्मॉग टावर से नहीं जाएगा प्रदूषण- कांग्रेस
कोर्ट के आदेश पर दिल्ली में लगाए गए स्मॉग टावर को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है। दिल्ली सरकार की तरफ से कनॉट प्लेस और केंद्र सरकार की तरफ से आनन्द विहार में स्मॉग टावर लगाया गया है।
कोर्ट के आदेश पर दिल्ली में लगाए गए स्मॉग टावर को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है। दिल्ली सरकार की तरफ से कनॉट प्लेस और केंद्र सरकार की तरफ से आनन्द विहार में स्मॉग टावर लगाया गया है। कांग्रेस का आरोप है कि करोड़ों खर्च करने के बाद भी अरविंद सरकार को अभी भी दिल्ली के वायु प्रदूषण का मुख्य कारण नहीं पता चल सका है।
पाराली नहीं है दिल्ली के प्रदूषण का एकमात्र कारण- कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों का प्रदूषण, टूटी सड़कें और निर्माण स्थलों से उठने वाली धूल है। जबकि केजरीवाल सरकार पड़ोसी राज्यों में ’पराली’ जलाने को मात्र एक दिल्ली में प्रदूषण का कारण मानती है। कांग्रेस की तरफ से अनिल कुमार ने कहा कि अगर पराली जलाने से दिल्ली में वायु प्रदूषण होता है, तो पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ सहित अन्य शहर दिल्ली में प्रचलित वायु प्रदूषण की रिपोर्ट क्यों नहीं करते हैं।
कांग्रेस ने बताया कैसे कम होगा दिल्ली का प्रदूषण-
कांग्रेस ने दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार को कई सुझाव भी दिए। अनिल कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर वाहनों की कमी से दिल्ली की हवा स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त थी। जिससे साफ है कि दिल्ली मे प्रदूषण वाहन और धूल की वजह से ही है। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह राजधानी में जब भारी बारिश हुई तो दिल्ली का प्रदूषण स्तर काफी नीचे आ गया, लेकिन जब बारिश रुकी तो दिल्ली की हवा एक बार फिर वाहनों और धूल प्रदूषण से जहरीली हो गई। उन्होने सुझाव दिया कि दिल्ली में पब्लिक वाहनों की संख्या को बढ़ाना चाहिए। लोगों से नीजि वाहन कम इस्तेमाल करने की अपील करनी चाहिए।
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मार्शल पर करोड़ों का खर्च है बेकार- कांग्रेस
कांग्रेस ने दिल्ली सरकार के अभियान “रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ“ पर भी निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि यदि केजरीवाल सरकार को लगता है कि पराली ही एकमात्र प्रदूषण का कारण है तो फिर यह अभियाम क्यों चलाया जा रहा है। आरोप यह भी लगाया कि 100 ट्रैफिक सिग्नल पर लगभग 2500 मार्शलों को तैनात करके आम आदमी पार्टी सरकार के करोड़ों का खर्च खामखा कर रही है। क्योंकि ट्रैफिक सिग्नल पर मार्शल तैनात करने के बावजूद भी कोई वाहन मालिक “गाड़ी ऑफ“ के अनुरोध का पालन नहीं कर रहा है। देखा गया है कि मार्शल भी एक ही स्थान पर एक साथ खड़े रहते हैं।