नही रहे SUDUKO के संस्थापक MAJI KAJI, इस बिमारी की वजह से गई जान
जापान की पहली पहेली पत्रिका सुडोकू के संस्थापक माकी काजी (MAJI KAJI) का 10 अगस्त को टोक्यो में 69 वर्ष की आयु निधन हो गया। काजी को 'सुडोकू के गॉडफादर' (SUDUKO GODFATHER) के रूप में जाना जाता था।
जापान की पहली पहेली पत्रिका सुडोकू के संस्थापक माकी काजी (MAJI KAJI) का 10 अगस्त को टोक्यो में 69 वर्ष की आयु निधन हो गया। काजी को ‘सुडोकू के गॉडफादर’ (SUDUKO GODFATHER) के रूप में जाना जाता था। उनकी पित्त नली के कैंसर से उनकी मृत्यु हो गई। विश्वविद्यालय छोड़ने के बाद काजी ने 80 के दशक के मध्य में ‘सुडोकू’ नाम के इस खेल को बनाया था।
कौन थे SUDUKO GODFATHER Maji Kaji-
काजी का जन्म 1951 में होक्काइडो के साप्पोरो में हुआ था। उन्होंने कीयो विश्वविद्यालय में साहित्य का अध्ययन किया लेकिन अपने पहले वर्ष में ही पढ़ाई छोड़ दी। रोडी, वेटर और कंस्ट्रक्शन वर्कर सहित कई नौकरियों के बाद, उन्होंने एक प्रकाशन व्यवसाय शुरू किया। 1980 में उन्होंने निकोली नामक एक त्रैमासिक पहेली पत्रिका शुरू की। कंपनी का नामकरण एक रेस हॉर्स के नाम पर किया जिसने आयरलैंड में 1980, 2000 गिनी स्टेक्स रेस जीती थी। तीन साल बाद 1983 में, उन्होंने इसी नाम से एक कंपनी की स्थापना की।
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SUDUKO के दिवानों की कमी नहीं-
नंबर गेम सुडोकू निकोली के शुरुआती अंक में दिखाई दिया। खेल को ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका में फैलने के बाद, यह बेतहाशा लोकप्रिय हो गया। उन्होंने मास्यु जैसे कई अन्य पहेली खेलों का आविष्कार किया। अपनी पहेली पत्रिका निकोली की 50,000 प्रतियां साल में चार बार बेचीं।
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2006 से SUDUKO का विश्व चैंपियनशिप शुरू हुआ-
सुडोकू पहेलियाँ हर दिन दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा खेली जाती हैं। पहेली को दिमाग को तेज रखने के तरीके के रूप में सराहा जाता है। काजी पहेली में बदलाव करते रहे। 2006 से प्रतिवर्ष इस खेल को लेकर एक विश्व चैंपियनशिप आयोजित की जाने लगी।