अफगानिस्तान कब्जे के बाद अब तालिबान अफगानिस्तान के क्रिकेट बोर्ड दफ्तर में भी घुस गया है। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में तालिबान के आतंकी AK-47 के साथ क्रिकेट बोर्ड के दफ्तर में घुसे नजर आ रहे हैं। हैरान वाली बात यह है कि इस तस्वीर में तालीबान के साथ अफगानिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी (Abdullah Mazari) भी हैं।
अफगानिस्तान का यह पूर्व क्रिकेटर बना तालिबान-
बता दें कि अब्दुल्लाह मजारी (Abdullah Mazari) बाएं हाथ के स्पिनर हैं। वह अफगानिस्तान के लिए दो वनडे मैच भी खेल चुके हैं। इसके अलावा वह अफगानिस्तान की तरफ से 21 फर्स्ट क्लास मैच 16 लिस्ट A और 13 T20 मैच भी खेल चुके हैं। अब्दुल्लाह मजारी काबुल ईगल्स के खिलाड़ी भी रह चुके हैं। जो शपागीजा टी20 लीग की टीम है। अफगानिस्तान के खिलाड़ी राशिद खान भी अब्दुल्लाह मजारी के साथ काबुल ईगल्स के लिए मैच खेल चुके हैं।
वायरल तस्वीर एसीबी की कॉन्फ्रेंस रूम की बताई जा रही है। यह तस्वीर अफगानिस्तान के पिछले 25-30 वर्षों से सवारी गई क्रिकेट उच्च स्तर पर पहुंचाने की उन तमाम कोशिशों पर पानी फेरती नजर आ रही है।
तालिबान को पसंद है क्रिकेट-
तालिबान खौफ के बीच क्रिकेट बोर्ड के सीईओ हामिद शेनवारी ने यह दावा किया है कि तालिबान से अफगानी क्रिकेटरों और उनके परिवार को कोई खतरा नहीं है। शेनवारी ने कहा कि तालिबान को क्रिकेट पसंद है और अफगानिस्तान टीम टी20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेगी। यही नहीं अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड 10 से 25 सितंबर तक शपागीजा क्रिकेट लीग को आयोजित करने का दावा भी कर रहा है।
अफगानिस्तान की महिला क्रिकेट टीम पर खतरा
तालिबान महिलाओं की आजादी के खिलाफ है। अब अफगानिस्तान में उसकी सत्ता आते ही मुल्क की महिला क्रिकेट टीम का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। पिछले साल ही अफगानिस्तान ने 25 महिला खिलाड़ियों को पहली बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया था। अगर अफगानिस्तान की महिला टीम तालिबान की वजह से टूटती है, तो यह देश आईसीसी का पूर्ण सदस्य नहीं रह पाएगा क्योंकि इसके लिए दोनों टीमें होनी जरूरी हैं।