Bullet Train: दिल्ली से दौड़ेंगी 3 बुलेट ट्रेन, नोएडा समेत इन रूट के यात्रियों को मिलेगा फायदा
दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (Delhi-Varanasi Bullet Train) प्रोजेक्ट के लिए एक रेलवे स्टेशन निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और सराय काले खां के पास बनाया जाएगा। जिसपर NHSRCL सभी संभावनाओं पर काम कर रहा है।
![Bullet Train Delhi Station Project](http://i0.wp.com/jantaconnect.com/wp-content/uploads/2021/02/0001-16321798592_20210202_160210_0000.jpg?fit=700%2C400&ssl=1)
Bullet Train Delhi: राष्टीय राजधानी दिल्ली को जल्द ही तीन हाई स्पीड ट्रेन (Bullet Train) प्रोजेक्ट की सौगात मिलने वाली है। जहां, दिल्ली से वाराणसी, अमृतसर और अहमदाबाद के लिए हाई स्पीड वाले तीन नए रेल कॉरिडोर जल्दी शुरू होने की उम्मीद है। जिसके तहत नई दिल्ली में दो नए हाई स्पीड रेल स्टेशन बनाए जाएंगे। ऐसे में उम्मीद है कि एक स्टेशन सराय काले खां और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास होने वाला है। जिसपर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) सभी संभावनाओं पर काम कर रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) की प्रवक्ता सुषमा गौड़ ने बताया कि राजधानी दिल्ली में दो हाई स्पीड रेलवे स्टेशन बनाने के लिए NHSRCL सभी संभावनाओं पर विचार विमर्श कर रहा है। वहीं, दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (Delhi-Varanasi Bullet Train) प्रोजेक्ट के लिए एक रेलवे स्टेशन निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और सराय काले खां के पास बनाया जाएगा।
आउटर रिंग से मेट्रो तक होगी कनेक्टिविटी-
दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और सराय काले खां के पास बनने वाले स्टेशन से आउटर रिंग रोड, पिंक लाइन मेट्रो स्टेशन कनेक्टिविटी मिलेगी। वहीं, सराय काले खां आईएसबीटी से इंटर-स्टेट बस कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके अलावा, आरआरटीएस सिस्टम के जरिए क्षेत्रीय रेल कनेक्टिविटी की भी सुविधा मिलेगी।
हवाई सर्वे का काम शुरू-
वहीं, करीब 800 किलोमीटर लंबी दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (Delhi-Varanasi Bullet Train) प्रोजेक्ट के लिए NHSRCL ने हवाई सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा, दिल्ली-अमृतसर-चंडीगढ़ हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की लंबाई करीब 459 किलोमीटर है। जबकि, दिल्ली-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की लंबाई करीब 886 किलोमीटर है।
बुलेट ट्रेन के लिए DPR तैयार-
रिपोर्ट्स के मुताबिक सुषमा गौड़ ने बताया कि दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर के लिए डीपीआर का पहला प्रारूप तैयार कर लिया गया है। डीपीआर का अर्थ डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट होता है जिसमें जरूरी डेटा को एकत्रित किया जाता है। ऐसे में डीपीआर तैयार करने के लिए जरूरी डेटा कलेक्शन और एरियल सर्वे की प्रक्रिया पिछले महीने से ही शुरू की जा चुकी है। दिल्ली-वाराणसी रूट परियोजना के लिए NHSRCL ने इसी वर्ष 10 जनवरी से ग्रेटर नोएडा से एरियल सर्वे का काम शुरू कर दिया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस रूट पर यमुना एक्सप्रेसवे पर हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर का छोटा सा हिस्सा बनाया जा सकता है। वहीं, इस रूट पर सर्वे के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया है।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बनेगा बुलेट ट्रेन रेल स्टेशन-
खबरों के मुताबिक दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर एक रेलवे स्टेशन प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बनाया जाएगा। वहीं, दूसरा स्टेशन नोएडा के 148 सेक्टर में बनाया जाएगा। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में दूसरे हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट के बारे में सुषमा गौड़ ने जानकारी दी कि दिल्ली-अहमदाबाद और दिल्ली-अमृतसर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए स्टेशन बनाने के संबध में द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन और बिजवासन रेलवे स्टेशन के पास विभिन्न स्थानों की तलाश की जा रही है।
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वहीं, द्वारका सेक्टर 21 और बिजवासन रेलवे स्टेशन के हाई स्पीड रेल स्टेशन बनने से एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन के जरिए इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport), ब्लू मेट्रो लाइन से वेस्ट दिल्ली, सेंट्रल दिल्ली, ईस्ट दिल्ली, नोएडा, नोएडा सेक्टर 25 में स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के साथ गुरुग्राम की कनेक्टिविटी मिलेगी।
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