Viksit Bharat 2047: भारत में बुनियादी ढांचे का कायाकल्प: विकसित भारत एक नई यात्रा
भारत में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास हो रहा है। भारत सरकार बुनियादी ढांचे के विकास पर भारी निवेश कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में सड़कों, रेलवे और हवाई अड्डों के निर्माण में तेजी से वृद्धि हुई है। बुनियादी ढांचे के लिए बजट में भारी वृद्धि हुई है। सड़कों और रेलवे ट्रैक के निर्माण की गति में काफी वृद्धि हुई है। बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। वहीं, देश के दूर-दराज के इलाकों में भी बुनियादी ढांचे का विस्तार हो रहा है।
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भारत में बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर पिछले कुछ वर्षों में एक क्रांतिकारी बदलाव आया है। पिछले कुछ वर्षों में देश में बुनियादी ढांचे के विकास को एक नई गति मिली है। एक समय था जब भारत में बुनियादी ढांचे के विकास की गति बहुत धीमी थी और देश के कई हिस्सों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। लेकिन अब स्थिति बदल गई है।
शुक्रवार एक प्रेसवार्ता में केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कहा कि भारतीय इतिहास में पहली बार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर जोर दिया गया है। एक -के-बाद एक, हर वर्ष, बजट में बुनियादी ढाँचे पर सरकारी निवेश को बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा आज आप देश के किसी भी राज्य चले जाएं, आप वहां के क्षेत्रवासी से किसी नए हवाईअड्डे, या हाईवे या नयी ट्रैन के विषय में चर्चा होती हुई ज़रूर सुनेंगे। जो भारत में सुशासन और राजनीति के नए युग को परिभाषित कर रहा है। भारत में पिछले 10 वर्षों में अधोसंरचना निर्माण की सोच और अप्रोच में पूर्ण रूप से, या मैं कहूँ 180 डिग्री बदलाव आया है। जिसमें चार पैरामीटर शामिल हैं।
बजट में बुनियादी ढांचे पर बढ़ा हुआ खर्च
बुनियादी ढांचे का परिमाण: भारत ने 111 ट्रिलियन रुपये की इन्फ्रा पाइपलाइन का ऐतिहासिक बजट रखा है जो दर्जन विकासशील देशों के कुल GDP से भी अधिक है। अगले 5-6 वर्षों के लिए यही ट्रेंड जारी रहने की उम्मीद है।
बुनियादी ढांचे का निर्माण कार्य
सड़कों, रेलवे और हवाईअड्डों के निर्माण कार्य में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। सड़कों के निर्माण की गति में 2014-15 के मुकाबले 2024 में 3 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। रेलवे ट्रैक बिछाने की गति में भी 10 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।
बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता
बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। बेहतर हाईवे के निर्माण से माल ढुलाई का समय कम हुआ है और लॉजिस्टिक लागत में कमी आई है।
बुनियादी ढांचे का विस्तार: देश के दूर-दराज के इलाकों में भी बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है।
सड़क परिवहन: बजट आवंटन में 2013-14 में लगभग ₹31,130 करोड़ से बढ़कर 2024-25 में ₹2.7 लाख करोड़ तक की भारी वृद्धि हुई है। भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क मार्च 2014 में 91,287 किमी से बढ़कर, 2024 (जुलाई) तक 146,126 किमी हो गया है, यानी नेटवर्क में 60% की वृद्धि हुई है।सड़कों के निर्माण की गति में 2014-15 के मुकाबले 2024 में 3 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।
रेलवे: भारतीय रेल आज एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। मोदी सरकार ने भारतीय रेल के लिए ₹2,62,200 करोड़ का रिकॉर्ड बजट आवंटित किया है। रेलवे ट्रैक बिछाने की गति में 10 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। केवल एक दशक में, भारत ने 31,180 किमी रेलवे ट्रैक का निर्माण किया है।
हवाई परिवहन: भारत को वैश्विक हवाई परिवहन केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले 10 वर्षों में हवाईअड्डों की संख्या दोगुनी होकर 157 हो गई है। भारतीय ड्रोन क्रांति को नई शक्ति देते हुए हमने 2021 में नई ड्रोन नीति लागू की।
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