Ujjain’s Mahakaleshwar Temple: भीड़ इतनी की मची भगदड़, महिलाएं और बच्चे हुए घायल
मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर (Ujjain's Mahakaleshwar Temple) में सोमवार को इतनी भारी संख्या में भक्त पहुंचे कि भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। "दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी" ये सब पीएम मोदी के भाषणों तक ही सीमित सा दिखाई दिया।
सावन का महीना यानी कि भगवान शिव की भक्ति का महीना। 25 जुलाई से शुरु हुए सवान महीने का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ा। सोमवार के दिन अचानक से शिव मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ बढ़ गई। कोरोना संकट में सरकार के बनाए गए नियम-कानूनों की धज्जियां ऐसे उड़ीं कि मानों कानून तोड़ने का आदेश खुद सरकार ने दे दिया हो। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर (Ujjain’s Mahakaleshwar Temple) में सोमवार को इतनी भारी संख्या में भक्त पहुंचे कि भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। “दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी” ये सब पीएम मोदी के भाषणों तक ही सीमित सा दिखाई दिया। क्योंकि जनता भगवान शिव के दर्शन के बिना नहीं जाने वाली थी।
#WATCH | A stampede-like situation was seen at Mahakaleshwar Temple in Ujjain, Madhya Pradesh yesterday pic.twitter.com/yxJxIYkAU5
— ANI (@ANI) July 27, 2021
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उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (Ujjain’s Mahakaleshwar Temple) के परिसर में भीड़ इतनी की सरसों डालने की जगह नहीं। इस भीड़ में बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक थे। सबसे पहले दर्शन की चाह में भक्त एक दूसरे को ही धक्का देने लगे। और फिर हालात कुछ ऐसे हुए कि प्रशासन भी हालातों के सामने कुछ नहीं कर सका। एएनआई का ये वीडियो हालातों को साफ दिखा रहा है कि कैसे मंदिर के बाहर कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ा दी गई हैं। धक्का मुक्की होने के कारण महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों के घायल होने की भी खबर है।
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बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा नेता उमा भारती सहित कई अन्य नेता भी दर्शन करने पहुंचे थे। जिसके कारण सुरक्षा कर्मियों को आम नागरिकों को बाहर ही रोकना पड़ा। जिससे भक्तों की भीड़ बाहर बढ़ती ही गई। भीड़ इतनी बढ़ गई कि अंत में ऐसे हालात हो गए। साफ है कि मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं की सुरक्षा कारणों और वीआईपी कल्चर की वजह से आम नागरिकों को यहां भी परेशानी का सामना करना पड़ा। मजबूरन ऐसे हालात पैदा हो गए।