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क्या आपके हॉर्मोन्स ने आपकी भी समझदारी चुरा ली है

आपके जीवन में हॉर्मोन्स का क्या महत्व है? आखिर ये हॉर्मोन्स हमे कैसे प्रभावित करते हैं? कैसे ये हॉर्मोन्स हमारी सोच को जकड़ लेते हैं? क्या इसके बारे में आपने सोचा है? इन सभी बातों को समझने के लिए आपको इस उदाहरण को समझने की जरुरत है।

आपके जीवन में हॉर्मोन्स (Hormones) का क्या महत्व है? आखिर ये हॉर्मोन्स हमे कैसे प्रभावित करते हैं? कैसे ये हॉर्मोन्स हमारी सोच को जकड़ लेते हैं? क्या इसके बारे में आपने सोचा है? इन सभी बातों को समझने के लिए आपको इस उदाहरण को समझने की जरुरत है। एक इंसान का जीवन भी केले के पौधे की तरह ही होता है। केले का पौधा जब छोटा होता है तभी से उसी में फल लगने लगते हैं। किसान पौधे में फल लगने से पहले ही उसे तोड़ देता है। क्या किसान को फल से प्यार नहीं? किसान पौधा ही ज्यादा संख्या में फल पाने के लिए लगाता है। फिर किसान ऐसा क्यों करता है?

किसान फल लगने से पहले ही क्यों तोड़ देता है?

केले का पौधा जब छोटा होता है। तभी इसमें फल लगने लगते हैं, तो किसान उसे तोड़ देता है। किसान को पता है कि पौधा फल दे सकता है। लेकिन किसान को ये भी पता है कि छोटे से पौधे पर अगर फल लगा तो ये पौधा कुछ ही समय में मिट्टी में मिल जाएगा। छोटा पौधा ज्यादा फल नहीं दे पाएया। इस पौधे को अभी ग्रो करने की जरुरत है। ताकि जब ये पौधा बड़ा होकर और मजबूत बन सके। अपनी जड़ पर मजबूती से खड़े पौधे पर जब फल लगता है तो फिर उस पौधे को कोई नहीं हिला सकता है। वो पौधा अच्छे, स्वादिष्ट केले भी देता है और किसान को फायदा भी पहुंचाता है। कुछ ऐसा ही इंसान की भी जीवन होता है।

इंसान का जीवन कैसे एक केले के पौधे जैसे है

एक केले का पौधा छोटे में ही फल दे सकता है, लेकिन उस केले के पौधे का बड़ा होने बहुत जरुर है खुद के लिए। अगर उसने छोटे में ही फल दे दिया तो वो ना ही मजबूत पौधा बन पाएगा और ना ही सही से उतना फल दे पाएगा जितनी उससे उम्मीदे हैं। इंसान का जीवन भी ऐसा ही है। युवा अस्था में आते ही एक इंसान का मन संभोग करने का करता है। वो हमेशा अपने पाटनर की तलाश करता है। जो अब तक उसके दोस्त थे अब वो उन्ही में किसी को लड़कियां बॉयफ्रेंड और लड़के गर्लफ्रेंड बनाने की सोचते हैं। आखिर दोस्ती में ये बदलाव क्यों आता है।

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दोस्त से गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड की तरफ

बचपन को खत्म करने में हमारे शरीर में हॉर्मोन्स (Hormones) की अहम भूमिका होती है। लड़के और लड़कियों के शरीर में अचानक से बदलाव आने लगते हैं। ध्यान उस तरफ केंद्रीत होने लगता है, जिसके बारे में इससे पहले कभी नहीं सोचा होता है। दोस्ती में अब हम उसे ज्यादा महत्व देने लगते हैं जो सीधे तौर पर दूसरे लिंग का हो। लड़का लड़की को देख के शर्माता है। तो वहीं लड़कियां लड़कों को देख के। दोनों में एक नए जीवन को जन्म देने की क्षमता आ जाती है। वैसे ही जैसे एक छोटे पौधे में फल देने की। लेकिन यहां आप भी एक छोटा पौधा हैं। जिस पर हॉर्मोन्स हावी हो रहे हैं। हॉर्मोन्स चाहते हैं कि आप उनकी सेक्सूअल जरुरतों को पूरा करें।

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क्या आप खुद के ही हॉर्मोन्स से हार मान रहे हैं

हॉर्मोन्स जीवन का वो हिस्सा है जो आपके शरीर को निखार देता है। अगर आप इन हॉर्मोन्स (Hormones) का सही से इस्तेमाल करें तो। इन हॉर्मोन्स (Hormones) में इतनी ताकत होती है कि ये आपके दिमाग की क्षमता बढ़ा सकते हैं। लेकिन इन हॉर्मोन्स का गलत जगह इस्तेमाल करना आपकी ही समझदारी को कम देता है। और आप सही दिशा में, खुद के विकास के लिए, शिक्षा की बात करने की जगह उन बातों में ज्यादा खोए रहते हैं जिनका स्वाद समय से पहले लेना आपके लिए ही खतरनाक है। यहां पर आपको प्यार की परिभाषा भी खुद के लिए तय करनी होगी। आपके लिए प्यार क्या है? सेक्स का अड्डा या फिर दोस्ती जो आपके साथ हमेशा खड़ी रहे जब तक की आप एक मजबूत पौधा नहीं बन जाते। ये आपको ही तय करना होगा।

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