दिल्ली राजधानी में भी बीते 24 घंटे के दौरान मात्र 17 नए केस दर्ज किए गए हैं। वहीं लगातार दूसरे दिन कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। राजधानी में कोरोना से पीड़ित 41 मरीज ठीक हुए हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस की दर भी अब घट गई है और 0.04 प्रतिशत रह गई है। हालांकि कोरोना का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। कोरोना की तीसरी लहर जल्द ही देश में आ सकती है। जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी चुकी हैं।
कोरोना की तीसरी लहर पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार तीसरी लहर के लिए पूरी तैयारी कर रही है। इस बार हम 37 हजार बेड का इंतजाम कर रहे हैं। जिसमें 12 हजार ICU बेड होंगे और ऑक्सीजन की भी पूरी तैयारी की जा रही है। बच्चों के लिए भी अलग से तैयारी की जा रही है।
कोरोना की दूसरी लहर ने मचाई थी दिल्ली में तबाही-
कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे भारत में तबाही मचाई। राजधानी दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की कमी से काफी मरीजों ने अपना दम तोड़ दिया था। आपको बता दें कि दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर काफी भयावह रही थी। दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर से हजारों लोगों की जान गई थी। साथ में हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी, बेड की कमी यह सब भी कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों को देखनी पड़ी।
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दिल्ली में कोरोनी की दूसरी लहर ने तोड़ा था सभी आंकड़ा-
दिल्ली में 20 अप्रैल को संक्रमण के 28 हजार 395 मरीज मिले थे, जोकि भारत में कोरोना वायरस के आने के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा था। इसलिए तीसरी लहर आने से पहले केजरीवाल सरकार इसकी तैयारी में जुट गई है। जिससे इस बार दिल्ली की जनता को बेड और ऑक्सीजन की कमी ना हो ताकि वक्त रहते कोरोना संक्रमित मरीजों को सही इलाज मिल सके।
अक्टूबर में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर-
कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होते ही तीसरी लहर आने की खबरें चलने लगी हैं। अब तक कोरोना के तीसरी लहर पर कई स्टडी की जा चुकी है। स्टडी के अनुसार यह कहा गया है कि इस महीने के अंत या अक्टूबर तक तीसरी लहर भारत में आ जाएगी।
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ऐसे कम किया जा सकता है तीसरी लहर का खतरा-
एक स्टडी में यह भी दावा किया गया है कि तीसरी लहर दूसरी लहर की तरह उतना तबाही नहीं मचाएगी , उतना विनाशकारी नहीं होगी। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि अगर हम कोरोना के नियमों का सही से पालन करते हैं, जैसे कि मास्क पहनना , सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना , बार-बार अपने हाथ को धोना, भीड़ में जाने से अगर हम बचे तो तीसरी लहर का खतरा कम किया जा सकता है।