Tokyo Olympics से बाहर होने के बाद भी ये खिलाड़ी रच आई इतिहास
सीए भवानी देवी (CA Bhawani Devi) का सफर अब भले ही Tokyo Olympic 2020 में खत्म हो गया है। लेकिन उनकी पहली जीत ने इतिहास रच दिया है। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली देश की पहली फेंसर अब भवानी देवी बन गई हैं।
सीए भवानी देवी (CA Bhawani Devi) का सफर अब भले ही Tokyo Olympic 2020 में खत्म हो गया है। लेकिन उनकी पहली जीत ने इतिहास रच दिया है। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली देश की पहली फेंसर अब भवानी देवी बन गई हैं। पहले मैच में जीत के साथ आगाज कर उन्होने सभी को चौका दिया था। क्योंकि ये पहली बार था जब ओलंपिक खेलों में भारत की तरफ से कोई फेंसर मैदान में था। पहला मैच और पहली जीत सभी के हैसले बुलंद थे। इसी के साथ भवानी देवी का नाम भी इतिहास के पन्नों पर लिखा जा चुका है।
सीए भवानी देवी ने अपना पहला मैच 15-3 से जीता। जिसके बाद उनका दूसरा मुकाबला दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी से हुआ। जिसमें वो 7-15 से हार गईं। इस वीडियो में आप भी देख सकते हैं भवानी देवी का प्रदर्शन जिससे आपको अंदाजा लग जाएगा कि आने वाले समय में एक मेडल भारत के नाम फेंसर से भी आएगा।
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बता दें कि सीए भवानी देवी की उम्र 27 वर्ष है। जोकि विश्व की 42वें नंबर की फेंसर खिलाड़ी हैं। उनका जन्म तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में हुआ था। भवानी एशियाई चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली महिला भारतीय भी हैं। इसी के साफ अब उनके नाम एक और रिकॉर्ड जुड़ गया है। वह है ओलंपिक में पहला मैच जीतने वाली और क्वॉलिफाई करने वाली पहली फेंसर महिला खिलाड़ी का।