प्रदूषण पर इस गन से ऐसे वार करेगी दिल्ली मेट्रो
देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण से जूझ रही है। बारिश के बाद प्रदूषण का स्तर जरुर ही कम हुआ लेकिन अब फिर से बढ़ने लगा है। दिल्ली में चलने वाहन और हो रही निर्माण गतिविधियों से निकलता धूल प्रदूषण का प्रमुख कारक है।
देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण से जूझ रही है। बारिश के बाद प्रदूषण का स्तर जरुर ही कम हुआ लेकिन अब फिर से बढ़ने लगा है। दिल्ली में चलने वाहन और हो रही निर्माण गतिविधियों से निकलता धूल प्रदूषण का प्रमुख कारक है। इस धूल को कम करने के लिए दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) ने एक योजना की घोषणा की है। दिल्ली मेट्रो ने शहर में अधिक से अधिक एंटी-स्मॉग गन (Anti Smog Gun) लगाने की योजना की घोषणा की है।
एंटी-स्मॉग गन के साथ आई दिल्ली मेट्रो-
दिल्ली में प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए दिल्ली मेट्रो ने नया कदम उठाया है। जल्द ही दिल्ली मेट्रो अपने सभी निर्माण स्थलों पर प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए एंटी-स्मॉग गन लगाने जा रही है। जिससे निर्माण कार्य से निकलने वाली धूल-प्रदूषण को कम किया जा सकेगा। यह एंटी स्मॉग गन प्रदूषण पर नियमित अंतराल पर अच्छी तरह से पानी फेंकती है। जिससे प्रदूषण आसमान में जाने से पहले ही निर्माण स्थल पर खत्म हो जाता है।
As part of the various measures adopted to combat pollution, DMRC has pressed into service 14 Anti Smog Guns (ASGs) at its construction sites. These guns use fine mist to check the possibility of dust pollution emanating from the sites. Read more https://t.co/FNHB1gh9tW pic.twitter.com/bmoUi5nY7b
— Delhi Metro Rail Corporation I कृपया मास्क पहनें😷 (@OfficialDMRC) December 5, 2021
डीएमआरसी के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा, “वर्तमान में, गैर-प्रदूषणकारी प्रकृति के अलावा सभी निर्माण कार्य प्रासंगिक निर्देशों के अनुपालन में रोक दिए गए हैं। जबकि डीएमआरसी समय-समय पर जारी किए जा रहे प्रदूषण संबंधी सभी निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित कर रहा है, स्मॉग गन प्रदूषण से निपटने के लिए एक स्थायी उपाय के रूप में स्थापित की गई है और साल भर साइटों पर कार्यरत है।”
एंटी -स्मॉग गन की विशेषता-
रविवार को जारी एक अलग बयान में, DMRC ने कहा, “वर्तमान में, इसके Ph-IV कॉरिडोर के साथ-साथ कुछ अन्य निर्माण परियोजनाओं के हिस्से के रूप में, राष्ट्रीय राजधानी में 12 सिविल स्मॉग गन हैं जोकि अत्याधुनिक हैं। यह एएसजी 70 से 100 मीटर तक धुंध का छिड़काव करने में सक्षम हैं। एक एएसजी को 20,000 वर्गमीटर तक के क्षेत्र को कवर करने के लिए पर्याप्त माना जाता है।”
DMRC: नियम और शर्तों के साथ इस महीने शुरू हो सकती है दिल्ली मेट्रो
दिल्ली मेट्रों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि छिड़काव के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पानी कोलीफॉर्म, वायरस और बैक्टीरिया से मुक्त हो। इसमें कहा गया है कि अधिक प्रभाव के लिए 10 से 50 माइक्रो मीटर की बूंदों के आकार वाले उच्च गुणवत्ता वाले नोजल का उपयोग किया जाता है।
दिल्ली सरकार ने एंटी-स्मॉग गन को किया अनिवार्य-
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अब निर्माण एजेंसियों के लिए एंटी-स्मॉग गन का उपयोग अनिवार्य कर दिया है। भारत का पूरा उत्तरी भाग विशेषकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र अक्टूबर से दिसंबर के महीनों के दौरान गंभीर प्रदूषण से जूझता है। इस समस्या से निपटने के लिए अब इस उपाय को अनिवार्य किया जा रहा है।