World Athletics U20 Championship: सिर्फ एक सेंटीमीटर ने Shaili Singh को Gold से किया दूर
World Athletics U20 Championship में देश के नाम तीसरा मेडल शैली सिंह (Shaili Singh) ने लान्ग जंप में जीत लिया है। शैली सिंह ने सिल्वर मेडल (Silver Medal) अपने नाम किया है। शैली सिंह को खुद टोक्यो ओलंपिक्स में भाला-फेंक में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने बधाई दी।
World Athletics U20 Championship में देश के नाम तीसरा मेडल शैली सिंह (Shaili Singh) ने लान्ग जंप में जीत लिया है। शैली सिंह ने सिल्वर मेडल (Silver Medal) अपने नाम किया है। शैली सिंह को खुद टोक्यो ओलंपिक्स में भाला-फेंक में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने बधाई दी।
सिर्फ एक सेंटीमीटर से रह गया गोल्ड-
शैली सिंह (Shaili Singh Silver Medal) ने मुकाबले में 6.59 मी. की छलांग लगाई। जबकि गोल्ड जीतने वाली लॉन्ग जंपर ने 6.60 मिटर की छलांग लगाई थी। जोकि केवल एक सेंटीमीटर ही ज्यादा था। शैली की इस जीत के बाद हर कोई गद-गद है।
नीरज चोपड़ा ने Shaili Singh ऐसे दी बधाई-
शैली की इस शानदार जीत के लिए गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने भी ट्वीट किया। उन्होने लिखा, “बहुत बधाई, शैली! आप आज गोल्ड के इतने करीब आ गए हैं, और मुझे यकीन है कि फ्लेक्स्ड बाइसेप्स में जाने के लिए आपके पास एक लंबा रास्ता तय करना है”
Many congratulations, Shaili! You came so close to Gold today, and I’m sure you have a long way to go 💪🏾
Congratulations to @anjubobbygeorg1 ma’am for your mentorship and guidance to Shaili 🙏🏽 https://t.co/05W7FPBfsV— Neeraj Chopra (@Neeraj_chopra1) August 22, 2021
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Long Jump किसे कहते हैं-
Long Jump को हिंदी भाषा में लंबी कूद कहते हैं। जिसमें खिलाड़ी को एक बिंदू से छलांग लगानी होती है। खिलाड़ी को यह तय करना होता है कि उसकी छलांग बाकी खिलाड़ियों से ज्यादा है। इसके लिए खिलाड़ी कुछ दूरी से भागता हुआ लंबे पैर खोलता हुआ उस बिंदू की तरफ बढ़ता है जहां से उसे छलांग लगानी होती है। फिर जैसे ही खिलाड़ी उस बिंदू तक पहुंचता है वह वहां से छलांग लगा देता है।
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फिर जिस निर्धारित बिंदू से छलांग लगा जहां खिलाड़ी अपने पैर को पहली बार रखता है उस दूरी को उसका स्कोर माना जाता है। इस खेल का ओलंपिक खेलों में एक इतिहास है और यह 1896 में पहले ओलंपिक और 1948 से महिलाओं के लिए पुरुषों के लिए अब एक आधुनिक ओलंपिक खेल बनके उभरा है। इसमें दुनिया के तमाम खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं।