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World U-20 Athletics Championships: 17 वर्षीय Amit Khatri ने रेस वॉक में रचा इतिहास, जीता रजत पदक!

नैरोबी में चल रही विश्व एथलेटिक्स अंडर-20 चौंपियनशिप में भारतीय एथलीट अमित खत्री ने शनिवार को रेस वर्क में रजत पदक जीतकर इतिहास रच डाला। रजत पदक जीतने के बाद अमित खत्री (Amit Khatri) ने कहा की वह पदक जीतकर खुश है।

नैरोबी में चल रही विश्व एथलेटिक्स अंडर-20 चौंपियनशिप में भारतीय एथलीट अमित खत्री ने शनिवार को रेस वर्क में रजत पदक जीतकर इतिहास रच डाला। अमित ने 42 मिनट 17.94 सेकंड के समय की अवधि के साथ यह मुकाम हासिल किया। जबकि केन्या के हेरिस्टोन वान्योनी ने 42 मिनट 10.84 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता और स्पेन के पॉल मैकग्राथ ने 42 मिनट 31.11 सेकंड के समय में कांस्य पदक जीता।

बुधवार को 4×400 मीटर मिश्रित रिले टीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया, जिसके बाद भारत का यह दूसरा पदक है।यह पहली बार है जब भारत ने रेस वॉक में एक पदक और एक ही सीजन में दो पदक हासिल किया हो। रजत पदक जीतने के बाद अमित खत्री ने कहा की वह पदक जीतकर खुश है। हालांकि, उन्हें उम्मीद नहीं था की नतीजा ऐसा होगा।

वहीं, पदक जीतने के बाद अमित ने कहा कि, “मुझे इस नतीजे का अंदाजा नहीं था, और मैं रजत पदक से खुश हूं। मैं अपनी परिस्थितियों को संभालने के लिए पांच दिन पहले ही यहां आ गया था। लेकिन ऊंचाई से मुझे फर्क पड़ा। प्रतियोगिता के दौरान कहीं-कहीं मैं सांसे नहीं ले पा रहा था। लेकिन मैं रजत पदक से संतुष्ट हूं।”

अमित खत्री के कोच चंदन सिंह ने कहा कि अमित स्वर्ण पदक जीत सकता था, लेकिन ऊंचे इलाके का असर पड़ा, केन्याई एथलीट ऐसी घरेलू परिस्थितियों जनता था और अच्छा कर रहा था जिसका उसे फायदा मिला।

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बता दें के अमित खत्री हरियाणा के रोहतक जिले के रहने वाले हैं और यह उनका पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट था।
मेडल जीतने के बाद उनके कोच चंदन सिंह ने कहा,” अमित रेस के अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ने से पहले सबसे आगे चल रहे थे लेकिन तभी उन्हें सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हुई और उन्होंने अंतिम लैप से पहले पानी पीने के लिए ब्रेक लिया। नतीजा यह हुआ कि उनके पीछे चल रहे केन्या के हेरिस्टोन वान्योनी आगे निकल गए और अमित खत्री स्वर्ण पदक से चूक गए।

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