करनाल में कोई पी रहा है हुक्का तो कोई पढ़ रहा है अखबार, देखें किसानों की ये मनमौजी पांच तस्वीरें
किसान आंदोलन का केंद्र अब हरियाणा का करनाल (Karnal Kisan Protest) बन गया है। जिस तरह से हरियाणा सरकार के खिलाफ किसानों ने रुख किया उससे साफ जाहिर हो गया कि किसानों के आगे प्रशासन को हार मानना ही होगा।
किसान आंदोलन का केंद्र अब हरियाणा का करनाल (Karnal Kisan Protest) बन गया है। जिस तरह से हरियाणा सरकार के खिलाफ किसानों ने रुख किया उससे साफ जाहिर हो गया कि किसानों के आगे प्रशासन को हार मानना ही होगा। भारी संख्या में अब किसानों ने करनाल में डेरा डाल दिया है। जिसके बाद से करनाल से कई तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिसको देखकर मनमौजी किसान की मतवाली छवी सबके सामने आ रही है। कुछ लोग इन तस्वीरों को प्यार दे रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इन तस्वीरों को देख किसानों को ढोंगी बता रहे हैं।
पहली तस्वीर- करनाल (Karnal Kisan Protest) में किसानों ने “लट्ठ गाड़” दिया है। इसी बीच कुछ किसान ऐसे भी मिले जोकि वहीं पर हुक्का लगा कर गुड़-गुड़ाने लगे। उनके चेहरों को देख कर ऐसा लग रहा है कि अब जमावड़ा काफी लम्बे दिनों तक रहने वाला है।
दूसरी तस्वीर:- “जय जवान जय किसान” एक दूसरे के आमने सामने खड़े होने के बाद भी बैठते साथ में हैं। और खाना भी शेयर करते हैं। यही है देश का भाईचारा। आंदोलन होते रहेंगे लेकिन आपसी भाईचारा नहीं कम होना चाहिए। करनाल (Karnal Kisan Protest) की एक और शानदार तस्वीर।
यहां पर दूसरी तस्वीर से जुड़ा पूरा वीडियो देखिए। जिसमें आप समझ पाएंगे कि जय जवान जय किसान आखिरकार किसे कहते हैं। क्योंकि जब तक किसान अपने खेतों में कुछ उगाएगा नहीं तब तक कोई खाएगा नहीं और बिना खाए कैसे कोई जवान बनेगा।
Such is the heart of farmers, they are feeding the police also, who has orders to lathi charge them in #Karnal, from the Haryana Govt !! #FarmersProtests@RuchiraC @Devinder_Sharma @boxervijender @ikaveri pic.twitter.com/RhQ5R22bEj
— Ramandeep Singh Mann (@ramanmann1974) September 9, 2021
तीसरी तस्वीर:- नींद कहीं भी आ सकती है। करनाल में जब हुई तो जिसको जहां जगह मिली वह वहीं पर सो गया। इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि इस युवक को कहीं और नहीं जगह मिली तो यह युवक पुलिस बैरिकेडिंग को सड़क पर गिरा उसी पर सो गया।
चौथी तस्वीर:- हम साथ साथ हैं। किसानों के सामने जब ये बालक पहुंचे और इन्होने भी चाय और ब्रेड की मांग की तो दिल खोल कर किसानों ने इनका भी पेट भरा।
पांचवी तस्वीर:- किसानों ने बड़े-बड़े चुल्हों पर खाना बनाने के लिए बर्तनों को चढ़ा दिया है। इससे समझा जा सकता है कि किसानों ने करनाल में भी पूरा बंदोबस्त कर लिया है। कहते हैं कि जब तक पेट भरा है तब तक किस बात की चिंता।
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