कोयले की कमी से आठ बिजली संयंत्र यूपी में बंद, कई जगहों पर सिर्फ 4-5 घंटे आएगी बिजली
भारत में कोयला खत्म (Coal Shortage India) होने के कगार पर है। उत्तर प्रदेश में 8 बिजली संयंत्र कोयले की कमी की वजह से काम करना बंद कर चुके हैं। जबकि 6 बिजली संयंत्र अन्य कारणों से पहले ही बंद हो चुके हैं।
भारत में कोयला खत्म (Coal Shortage India) होने के कगार पर है। उत्तर प्रदेश में 8 बिजली संयंत्र कोयले की कमी की वजह से काम करना बंद कर चुके हैं। जबकि 6 बिजली संयंत्र अन्य कारणों से पहले ही बंद हो चुके हैं। ऐसे में कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 14 बिजली संयंत्र हैं जो अस्थायी रूप से बंद हैं।
फिलहाल, उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग 20,000 से 21,000 मेगावाट के बीच है, लेकिन आपूर्ति 17,000 मेगावाट पर बनी हुई है। इससे निपटने के लिए संबंधित अधिकारियों ने कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में 4-5 घंटे बिजली कटौती की घोषणा की है।
14 अस्थायी रूप से बंद बिजली संयंत्रों ने राज्य को 4520MW की आपूर्ति हो रही है। अब, बिजली की कमी के साथ, एक्सचेंज पर प्रति यूनिट बिजली की दरें 20 रुपये तक बढ़ गई हैं। उत्तर प्रदेश सरकार अब 15-20 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदने को मजबूर है। सबसे अधिक प्रभावित उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पाद निगम लिमिटेड (UPPCL) के बिजली संयंत्र हैं।
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कोयले की कमी की समस्या अन्य राज्यों को भी परेशान कर रही है। दिल्ली ने हाल ही में संकेत दिया है कि राजधानी जल्द ही कोयले की कमी की वजह से बिजली की कमी से जूझ सकता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अभूतपूर्व स्थिति का संज्ञान लेने का आग्रह भी किया है।