World AIDS Day: भारत में कब मिला पहला केस, जाने इसका इतिहास और महत्व
प्रतिवर्ष 1 दिसंबर की तारीख पर विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व एड्स दिवस 2021 (World AIDS Day 2021) का विषय "असमानताओं को समाप्त करें। एड्स को समाप्त करें" रखा गया है।
दुनियाभर में AIDS को खत्म करने के लिए लगातर प्रयास जारी है। इन्ही प्रयासों को और कार्यों को उजागर करने के लिए प्रतिवर्ष 1 दिसंबर की तारीख पर विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व एड्स दिवस 2021 (World AIDS Day 2021) का विषय “असमानताओं को समाप्त करें। एड्स को समाप्त करें” रखा गया है।
भारत में कब मिला AIDS का पहला केस-
वर्ष 1986 में, भारत में मानव इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (HIV) के कारण एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशियेंसी सिंड्रोम (AIDS) का पहला मामला सामने आया था। एक दिसंबर का दिन इस महामारी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने, वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दे के खिलाफ लड़ाई में दुनियाभर के लोगों को एकजुट करता है। AIDS के बारे में खुलकर बात करना समाज में शर्म का पर्दा माना जाता है। जिसकी वजह से इस महामारी पर कोई खुलकर भी बात नहीं करना चाहता है। लेकिन इस शर्म को छोड़ AIIDS से लड़ने के लिए जागरुकता और उन लोगों का समर्थन जो इस महामारी से जूझ रहे हैं, बहुत जरुरी है।
World AIDS Day का इतिहास और महत्व –
विश्व एड्स दिवस पहली बार अगस्त 1988 में जेम्स डब्ल्यू. बन और थॉमस नेट्टर द्वारा मनाया गया था, ताकि इस महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए कुछ समानता प्राप्त की जा सके। क्योकि उस समय तक कई लोगों की जान AIDS की वजह से चली गई थी। जेम्स डब्ल्यू. बुन और थॉमस नेटर दोनों विश्व स्वास्थ्य संगठन के एड्स वैश्विक कार्यक्रम के लिए जन सूचना अधिकारी थे। उन्होंने इस दिन को मनाने के विचार से एड्स वैश्विक कार्यक्रम के निदेशक डॉ जॉनाथन मान को अवगत कराया, जिन्होंने इसे 1 दिसंबर के लिए मंजूरी दे दी।
IIT Bombay के पराग अग्रवाल ट्वीटर के नए CEO, यहां जाने उनके बारे में ज्यादा
विश्व एड्स दिवस का विषय 2021 (World AIDS Theme 2021) –
विश्व एड्स दिवस 2021 का विषय “असमानताओं और एड्स को समाप्त करना” है। पीछे छूट गए लोगों तक पहुंचने पर विशेष ध्यान देने के साथ, डब्ल्यूएचओ और उसके सहयोगी आवश्यक एचआईवी सेवाओं तक पहुंच में बढ़ती असमानताओं को उजागर कर रहे हैं। 1 दिसंबर 2021 को, WHO वैश्विक नेताओं और नागरिकों से एड्स को बढ़ावा देने वाली असमानताओं का सामना करने और उन लोगों तक पहुंचने के लिए रैली करने का आह्वान कर रहा है जो वर्तमान में आवश्यक एचआईवी सेवाएं प्राप्त नहीं कर रहे हैं।