दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब, AQI लगातार 400 पार
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI का स्तर आज भी 400 के पार दर्ज किया गया है।मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिन तक दिल्ली-एनसीआर में रात और सुबह के समय धुंध और हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना व्यक्त की है। दिल्ली-एनसीआर में हवा जहरीली होने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत व गले में खराश जैसी परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI का स्तर आज भी 400 के पार दर्ज किया गया है। आज सुबह 6 बजे जहांगीरपुरी का AQI सर्वाधिक 424 दर्ज हुआ। वज़ीरपुर इलाके का AQI 412, बवाना का 409, आनंद विहार और नेहरू नगर में 408, मुंडका और शादीपुर में 401 दर्ज हुआ। वहीं दिल्ली के अन्य इलाकों में AQI 398 से 364 के बीच दर्ज किया गया।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली में आज सुबह 7 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता 371 दर्ज की गई। दिल्ली के कुछ हिस्सों में यह 400 से भी अधिक था। दिल्ली के जहांगीरपुरी में इसे 426, आनंद विहार में 410, सोनिया विहार में 400, रोहिणी में 397 और चांदनी चौक में 359 मापा गया।
मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिन तक दिल्ली-एनसीआर में रात और सुबह के समय धुंध और हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना व्यक्त की है। वायु गुणवत्ता के मामले में शून्य से 50 के बीच का स्तर अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब और 301 से 400 के बीच बहुत खराब माना जाता है। 401 से 450 के बीच का स्तर गंभीर माना जाता है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से राहत नहीं, AQI गंभीर श्रेणी में कायम
वही दूसरी ओर दिल्ली में न्यूनतम तापमान भी घटकर 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। इस वजह से दिल्ली में ठंड बढ़ी है और बृहस्पतिवार की सुबह इस सीजन में अब तक सबसे अधिक ठंड रही।
देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर बना हाजीपुर
हाजीपुर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले चौबीस घंटों में हाजीपुर देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक चार सौ इक्कीस दर्ज किया गया। इधर, पटना का एक्यूआई दो सौ अड़तीस से तीन सौ तीस की बीच दर्ज किया गया। पटना की हवा में धूलकण की मात्रा सामान्य से छह गुना अधिक दर्ज की गयी है। राज्य के अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण की स्थिति गम्भीर होती जा रही है।
वायु प्रदूषण -प्रशासन कार्रवाई
राजस्थान: प्रदेश के विभिन्न शहरों में बढते वायु प्रदूषण को देखते हुए राज्य सरकार ने जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिये है। राज्य के सभी थाना अधिकारियों को अपने क्षेत्र में पराली जलने से रोकने के लिए पाबंद किया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन ने कल इस संबंध में आदेश जारी किये। ये आदेश उच्चतम न्यायालय के 7 नवंबर को जारी निर्देशों की पालना में दिये गये है। आदेश में कहा गया है कि अगर थानाक्षेत्र में पराली जलाने की घटना होती हैं तो थानाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। इसके अलावा जिला कलेक्टरों द्वारा फसल अवशेषों को खेत में ही जलाने की प्रवृत्ति को रोकने और फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन के लिए उपखण्ड स्तर पर समितियों का गठन किया जा रहा है। हमारे भरतपुर संवाददाता ने बताया है कि जिले में वायु प्रदूषण के रोकने के लिए प्रशासन की ओर से लगातार कदम उठाये जा रहे है। गौरतलब है कि पिछले तीन-चार दिनों में प्रदेश के कई शहरों में वायु प्रदूषण बढा है।