त्रिपुरा के नतीजों में हार के बाद भी क्यों खुश हैं ममता दीदी
त्रिपुरा नगर निगम चुनाव 2021 (Tripura Municipal Election 2021) में 25 नवंबर को हुए मतदान का नतीजा बीजेपी के पक्ष में रहा। रविवार को आए नतीजे पुरी तरह से क्लीन स्वीप रहे। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस इन चुनावों में एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में राज्य में उभरी है।

त्रिपुरा नगर निगम चुनाव 2021 (Tripura Municipal Election 2021) में 25 नवंबर को हुए मतदान का नतीजा बीजेपी के पक्ष में रहा। रविवार को आए नतीजे पुरी तरह से क्लीन स्वीप रहे। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस इन चुनावों में एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में राज्य में उभरी है।
51 सदस्यीय अगरतला नगर निगम और सात नगर परिषदों और छह नगर पंचायतों की 171 सीटों पर गुरुवार को मतदान हुआ। भाजपा उम्मीदवारों ने एएमसी की सभी 51 सीटों और सात नगर परिषदों और छह नगर पंचायतों की 165 सीटों पर जीत हासिल की। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, मुख्य विपक्षी दल माकपा ने तीन नगर निकायों कैलाशहर, अंबासा और पानीसागर में तीन सीटें जीतीं, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने अंबासा नगर परिषद में एक सीट जीती।
पीएम मोदी ने दी जीत की बधाई-
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, “त्रिपुरा के लोगों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे सुशासन की राजनीति को प्राथमिकता देते हैं। मैं उन्हें स्पष्ट समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं @BJP4Tripura. ये आशीर्वाद हमें त्रिपुरा में प्रत्येक व्यक्ति के कल्याण के लिए काम करने की अधिक शक्ति प्रदान करते हैं।”
The people of Tripura have given a clear message – that they prefer politics of good governance. I would like to thank them for the unequivocal support to @BJP4Tripura. These blessings give us greater strength to work for the welfare of each and every person in Tripura.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2021
ममता बनर्जी की तृणमूल हुई और मजबूत-
राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण एएमसी में तृणमूल कांग्रेस को 51 में से 27 सीटों पर 20 प्रतिशत से अधिक वोट मिले और दूसरा स्थान हासिल किया। इस बार ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने त्रिपुरा में भाजपा और प्रमुख विपक्षी माकपा के नेतृत्व वाले वाम दलों दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश की है।
हालांकि, वाम दलों और टीएमसी ने एएमसी और 19 अन्य शहरी स्थानीय निकायों- नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए हुए निकाय चुनावों में सभी 334 सीटों पर उम्मीदवार नहीं खड़े किए, जिसमें अभूतपूर्व राजनीतिक हिंसा, हमले और डराने-धमकाने का आरोप लगाया गया था।
अभिषेक बनर्जी ने कही यह बात-
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में त्रिपुरा निकाय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को भाजपा शासित त्रिपुरा में 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले उनकी बड़ी सफलता बताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “यह इस तथ्य के बावजूद है कि हमने बमुश्किल 3 महीने पहले अपनी गतिविधियां शुरू कीं और त्रिपुरा में बीजेपी ने कसाई लोकतंत्र में कोई कसर नहीं छोड़ी। त्रिपुरा में एआईटीसी के सभी बहादुर सैनिकों को उनके अनुकरणीय साहस के लिए बधाई।”
This is despite the fact that we commenced our activities barely 3 months ago and @BJP4Tripura left no stone unturned to BUTCHER DEMOCRACY in Tripura.
Congratulations to all the brave soldiers of @AITC4Tripura for their exemplary courage.
সবে তো শুরু এবার আসল খেলা হবে। (2/2)
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) November 28, 2021
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त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने जीत को किया पीएम मोदी के नाम-
इस जीत पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने ट्वीट किया, “आज (रविवार) घोषित त्रिपुरा शहरी स्थानीय निकाय चुनावों का जनमत संग्रह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की विकास नीतियों में त्रिपुरा के लोगों के विश्वास को दर्शाता है। यह उनके आदर्श वाक्य में उनके विश्वास को भी दर्शाता है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास।”
Thank you very much Hon PM Shri @narendramodi Ji for your affection for Tripura.
Today’s referendum reflects people’s trust in your good governance.I assure you,we will work hard to ensure that your affection & developmental policies reach to every single individual of the state. https://t.co/4DM22DUdUp— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) November 28, 2021