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किस तारीख पर रखें इस माह का Pradosh Vrat, जाने यहां तिथि के साथ शुभ मुहूर्त

अंग्रेजी कलेंडर के हिसाब से दिसंबर (December) साल का अंतिम महीना माना जाता है। इसे हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष का महीना माना जाता है। मार्गशीर्ष में प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) को लेकर कई तिथियों पर विचार हो रहा है।

अंग्रेजी कलेंडर के हिसाब से दिसंबर (December) साल का अंतिम महीना माना जाता है। इसे हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष का महीना माना जाता है। मार्गशीर्ष में प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) को लेकर कई तिथियों पर विचार हो रहा है। क्योंकि इस महीने में त्रयोदशी तिथि 15 दिसंबर को रात 2 बजे से प्रारंभ हो रही है। इसी के साथ त्रयोदशी का समापन 17 दिसंबर को सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर बताया जा रहा है। जिससे महीने में त्रयोदशी का व्रत 16 दिसंबर को रखा जाएगा।

इस दिन रखें प्रदोष का व्रत-

मार्गशीर्ष माह में भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष का व्रत 16 दिसंबर को रखा जाएगा। 16 दिसंबर को गुरुवार का दिन है। सभी व्रति इस दिन विधि-विधान के हिसाब से भगवान शिव शंकर और माता पार्वती का पूजन करें। जानकारों के मुताबिक इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव और माता पार्वति सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

कब करें प्रदोष व्रत की पूजा, देखें मुहूर्त-

प्रदोष का व्रत रखने वाले सभी व्रति 16 दिसंबर को शाम के समय पूजन करे। इस बार प्रदोष व्रत का मुहूर्त त्रयोदशी तिथि पर कुल 2 घंटे 44 मिनट तक के लिए है। प्रदोष का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 27 मिनट पर शुरु होगा और रात 8 बजकर 11 मिनट पर खत्म हो जाएगा। इस बीच जरुर ही भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करें।

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संतान प्राप्ति के लिए उत्तम है प्रदोष व्रत-

मान्यता है कि प्रदोष का व्रत करने वाली महिलाओं को संतान की प्राप्ती होती है। भगवान शिव और माता पार्वती व्रति से खुश होकर उनकी झोली भरते हैं। इसी के साथ भगवान शिव के मंत्रों का उच्चारण कर घर में सुख शांति और उन्नति की कामना भी की जाती है। भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है। मान्यता है कि भगवान अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर कृपा बरसाते हैं।

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