भारत के गुकेश ने रचा इतिहास, बने सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन

डी. गुकेश ने 18 साल की उम्र में इतिहास रचते हुए 2024 विश्व चेस चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को हराकर सबसे कम उम्र के चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
भारतीय चेस प्रोडिजी ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने इतिहास रच दिया है। वो चेस के नए और सबसे युवा वर्ल्ड चैम्पियन बन गए हैं। 18 वर्षीय डी गुकेश ने आज फिडे वर्ल्ड चेस चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। सिंगापुर में गुरुवार को उन्होंने चीन के डिंग लिरेन को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। इसके साथ ही 18 वर्ष की आयु में यह खिताब जीतने वाले वह सबसे युवा विश्व चैंपियन बन गए।
गुकेश ने चैंपियनशिप की शुरुआत काफी धीमी की थी, जब वह पहले दौर में हार गए थे। लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए तीसरे दौर में मैच को बराबरी पर ला दिया। 11वें दौर में उन्होंने बढ़त बनाई, लेकिन अगले ही दौर में डिंग लिरेन ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली। वहीं 13वें दो दौर में दोनों के बीच पांच घंटे की लंबी जंग के बाद खेल ड्रॉ रहा, जिसके बाद दोनों के पास 6.5 अंक थे।
चैंपियनशिप के 14वें और निर्णायक खेल में, चीन के ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन के पास जीतने का मौका था। इस दौर में दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। खेल ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था इस बीच डिंग ने भारी दबाव में आते हुए गलती की और गुकेश ने इसका पूरा फायदा उठाया और अपनी जीत सुनिश्चित की। गुकेश ने 32 वर्षीयडिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराकर चैपिंयनशिप अपने नाम की।
गुकेश ने इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में जगह बनाने के लिए इस साल के कैन्डिडेट्स टूर्नामेंट में जीत दर्ज की थी। वह भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने यह खिताब जीता है, इससे पहले विश्वनाथन आनंद ने 2000-2002 और 2007-2013 तक यह सम्मान हासिल किया था।
डी गुकेश की इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल उन्हें दुनिया का सबसे युवा चेस चैंपियन बना दिया, बल्कि भारतीय शतरंज को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया है।