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Bharat Bandh: देश के इन 23 राज्यों में हो सकती है दिक्कत

केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लगभग दो सप्ताह से दिल्ली के बॉर्डरों पर धरान प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार और किसान के बीच पांचवे दौर की बैठक भी बेनतीजा रही थी। किसान संगठनों ने कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार, 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है। किसान संगठन भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक करेंगे। किसानों के समर्थन में देश की तमाम राजनीतिक पार्टियां भी भारत बंद में शामिल होंगी। भारत बंद का असर देश के 23 राज्यों पर देखा जा सकता है। कैसे किस राज्य पर कितना असर पड़ सकता है, निम्नलिखित है।

दिल्ली:
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की सरकार भारत बंद (Bharat Bandh) के समर्थन और तीन विवादास्पद कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के लिए तैयार है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कि जाएगी जो यातायात या लोगों के आंदोलन को बाधित करने या दुकानों को जबरदस्ती बंद करने की कोशिश करेंगे। राजधानी में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए दिल्ली की सीमाओं और शहर की सड़कों पर लगभग 4,000 यातायात और हजारों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

हरियाणा:
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के पांच विधायकों ने भारत बंद का समर्थन किया है। राज्य के सभी प्रमुख बाजारों के किसानों ने प्रदेश में प्रमुख राजमार्गों को बंद करने की बात कही है। प्रदेश में भारत बंद (Bharat Bandh) का असर भारी स्तर पर यातायात साधनों और व्यापार पर पड़ सकता है। आज के दिन हरियाणा के तरफ जाने वाले रास्तों को नजरअंदाज करना ही ठीक है।

पंजाब:
पिछले 13 दिनों से विरोध कर रहे किसान मुख्य रूप पंजाब और हरियाणा से हैं। इसलिए पंजाब में हड़ताल का एक बड़ा असर देखने को मिल सकता है। सभी राजनीतिक दलों, व्यापारियों के निकायों, ट्रक यूनियनों और मंडी संघों ने कॉल का समर्थन किया है। सिखों के सबसे बड़े धार्मिक संगठन सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने मंगलवार को खुले तौर पर भारत बंद का समर्थन किया है।

उत्तर प्रदेश:
राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। तो वहीं कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों ने भारत बंद (Bharat Bandh) का समर्थन किया है। भारत बंद का पश्चिमी यूपी में एक बड़ा असर देखने को मिल सकता है। इस इलाके में भारतीय किसान यूनियन का प्रभाव है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि वे किसी भी कीमत पर शांति और व्यवस्था के साथ समझौता न करें। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं कि मंगलवार को प्रस्तावित ‘भारत बंद’ के कारण लोगों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।

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पश्चिम बंगाल:
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने किसानों के भारत बंद आव्हान को “नैतिक समर्थन” देने का फैसला किया है। पार्टी, एकजुटता में, राज्य के विभिन्न हिस्सों में अगले तीन दिनों तक सिट-इन का मंचन करेगी। पश्चिम बंगाल में भारत बंद का असर बड़े स्तर पर देखने को मिल सकता है।

महाराष्ट्र:
शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सत्तारूढ़ गठबंधन ने भारत बंद का समर्थन किया है। इससे राज्य में कई जगह भारत बंद का पूरा असर देखने को मिल सकता है।

बिहार:
राज्य में विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वाम दलों ने बिहार में भारत बंद (Bharat Bandh) के आह्वान का समर्थन किया है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली राजद ने राज्य भर में विरोध प्रदर्शनों की घोषणा की है, जिससे पुलिस को बड़ी रुकावटों का डर है।

असम:
राज्य में विपक्षी पार्टियां जिसमे कांग्रेस ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने किसानों के भारत बंद आव्हान का समर्थन किया है। इससे असम में किसानों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।

त्रिपुरा:
इस राज्य में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। जहां विपक्षी पार्टियों और संगठनों ने भारत बंद का समर्थन किया है। यहां पर प्रशासन की सख्ति की वजह से भारत बंद का ज्यादा प्रभाव देखने को नहीं मिल सकता है।

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झारखंड:
राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी ने भारत बंद का समर्थन किया है। इससे राज्य में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं। लेकिन ये प्रदर्शन बड़े स्तर के होने की संभावना नहीं है।

ओड़िशा:
राज्य में बिजू जनता दल की सरकार है। राज्य के मुख्यमंत्री नविन पटनायक हैं, जिन्होने भारत बंद का समर्थन नहीं किया है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया है। यहां पर भी ज्यादा स्तर पर कोई धरना प्रदर्शन देखने को नहीं मिलेगा, स्थिति सामान्य रहेगी।

छत्तीसगढ़:
सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी मे भारत बंद का समर्थन किया है। जिसकी वजह से राज्य में भारत बंद का असर देखने को मिलेगा। जगह जगह रोड़ ब्लॉक और भारी संख्या में प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं।

तेलंगाना:
यहां पर भी भारत बंद को सत्तारुढ़ पार्टी का समर्थन मिला है, जिससे राज्य में साफ तौर से बंद का असर देखा जा सकता है।

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आंध्रा प्रदेश:
राज्य की सत्ता रुढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया है। तो वहीं विपक्षी पार्टी तेलगु देसम पार्टी किसानों के भारत बंद के समर्थन में है। राज्य में कोई जोरदार असर देखने की संभावना नहीं है।

तमिलनाडु:
राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया है। प्रशासन को राज्य में शांति पूर्ण स्थिति बनाए रखने की कमान दी गई है। प्रशासन की माने तो राज्य में बड़े स्तर पर कोई धरना प्रदर्शन होने की संभावना नहीं है।

केरल:
राज्य में लेफ्ट सत्तारुढ़ पार्टी और विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने भारत बंद का समर्थन किया है। केरल में मंगलवार को ही लोकल बॉडी के चुनाव भी हैं। इन सभी बातों को मद्देनजर कोई बड़ा प्रदर्शन देखने को नहीं मिलेगा।

कर्नाटका:
राज्य में बीजेपी की सरकार है। विपक्षी पार्टी में कांग्रेस भारत बंद के समर्थन में है। जनता दल (सेकुलर) का भारत बंद को समर्थन नहीं है। प्रशासन की माने तो प्रदेश में भारत बंद को कोई बड़े स्तर पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।

मध्यप्रदेश:
राज्य में बीजेपी की सरकार है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। मध्यप्रदेश में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के साथ ही 50 किसान संगठनों का समर्थन भारत बंद आव्हान को है। इससे राज्य में भारी स्तर पर भारत बंद को समर्थन मिलने की पूरी संभावना है। कई राजमार्गों को जाम करने, दुकानों को बंद करने आदि की योजना बनाई गई है।

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गुजरात:
राज्य में बीजेपी की सरकार है। सरकार कृषि कानूनों को समर्थन में है। विपक्षी पार्टी जमकर इसका विरोध कर रही है। राज्य के उतरी क्षेत्रों में किसान भारत बंद आव्हान में शामिल होकर प्रदर्शन कर सकते हैं।

राजस्थान:
राज्य में कांग्रेस की सरकार है। अशोक गहलोत यहां के मुख्यमंत्री हैं। उनका समर्थन किसानों के भारत बंद आव्हान को है। इससे राज्य में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। राज्य में जगह जगह पर चक्का जाम और प्रदर्शन की संभावना बनी हुई है।

जम्मू-कश्मीर:
केंद्र शासित प्रदेश में राजनीतिक दल कांग्रेस, पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी ने भारत बंद आव्हान का समर्थन किया है। जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सो में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।

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हिमाचल प्रदेश:
राज्य में बीजेपी की सरकार है। राज्य सरकार कृषि कानूनों के साथ है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया है। इससे राज्य में जगह जगह रास्तों को जाम करने की योजना बनाई गई है। लेफ्ट पार्टी और किसान संगठनों का भी समर्थन भी भारत बंद को मिला है।

उत्तराखंड:
प्रदेश में विपक्षी पार्टी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भारत बंद (Bharat Bandh) का समर्थन किया है। वर्तमान में राज्य में बीजेपी की सरकार है। भारत बंद के समर्थन में उधम सिंह नगर, हरिद्वार इलाकों में प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।

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