लद्दाख को मिलेगा पहला केंद्रीय विश्वविद्यालय, लोकसभा में बिल पास, करोड़ों का निवेश करेगी मोदी सरकार
लोकसभा ने शुक्रवार को Central Universities (Amendment) Bill 2021 को पास कर दिया है। इस बिल को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को ध्यान में रख पास करवाया गया है।
लोकसभा ने शुक्रवार को Central Universities (Amendment) Bill 2021 को पास कर दिया है। इस बिल को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को ध्यान में रख पास करवाया गया है। इस बिल के पास होने से अब लद्दाख में सरकार एक केंद्रीय विश्वविद्यालय को स्थापित कर सकेगी। जिससे लद्दाखवासियों को उच्च-स्तर की शिक्षा उनके ही क्षेत्र में मिल सकेगी।
इस विश्वविद्यालय में क्या होगा खास-
बता दें कि लोकसभा में पास हुए बिल से लद्दाख में विश्वविद्यालय बनवाया जाएगा। इस विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग और चिकित्सा शिक्षा को छोड़कर उदार कला और बुनियादी विज्ञान जैसे सभी पाठ्यक्रमों में डिग्री प्रदान की जाएगी। इससे लद्दाख से लेकर पूरे भारत तक के कल्चर को बढ़ावा दिया जा सकेगा। छात्र खुद के देश की उदार कला और बुनियादी विज्ञान जैसे विषयों का अध्यन कर सकेंगे। सरकार की इस नीति से लद्दाख का कद भी शिक्षा के मायने में उचा होगा।
शिक्षा के लिए 750 करोड़ का निवेश करेगी केंद्र सरकार-
केंद्र सरकार विश्वविद्यालय के लिए लद्दाख में 750 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसका उद्देश्य “उच्च शिक्षा में क्षेत्रीय असंतुलन” को ठीक करना है। एक लक्ष्य लद्दाख में शिक्षा की पहुंच को आसान बनाना भी है। इस बिल में बदलाव से लद्दाख में “सिंधु केंद्रीय विश्वविद्यालय” के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 में रास्ता खुल जाएगा।
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एक भी केंद्रीय विश्वविद्यालय नहीं है लद्दाख में –
लद्दाख में एक भी केंद्रीय विश्वविद्यालय नहीं है। इसलिए सरकार ने उच्च शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में वृद्धि सुनिश्चित करने और लोगों के लिए उच्च शिक्षा और अनुसंधान के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए वहां एक नया केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में की थी घोषणा-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2021 में लद्दाख में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रस्ताव की घोषणा की थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जुलाई में इस निर्णय को मंजूरी दी थी। नए विश्वविद्यालय के अलावा, इस क्षेत्र में 2018 में स्थापित लद्दाख विश्वविद्यालय है और लेह और कारगिल जिले के छह मौजूदा कॉलेज इसका हिस्सा हैं। विशाल लद्दाख क्षेत्र में फैले विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से पास होने वाले छात्रों की उच्च स्तर की पढ़ाई को पूरा करने के लिए कारगिल और लेह दोनों में विश्वविद्यालय का निर्माण हुआ है।
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विपक्ष को नहीं है लद्दाख की शिक्षा से मतलब-
लोकसभा में जब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मे बिल को पेश किया। उस समय भी विपक्ष हंगामा मचाता रहा। जिससे साफ जाहिर हुआ कि विपक्ष को लद्दाख के लोगों की शिक्षा की चिंता बिलकुल भी नहीं है। क्योंकि चिंता होती तो विपक्ष जरुर सवाल करता और साथ ही साथ अपने सुझाव भी जिससे लद्दाख तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ता। विपक्ष लोकसभा आज भी पेगासस जासूसी विवाद पर विरोध करता रहा। उसी बीच शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में विधेयक भी पेश किया और विधेयक पास भी हो गया।