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अरुणाचल प्रदेश का नक्शा देख डरा चीन, भारत ने खारिज किया ये दावा

चीन अपनी विस्तारवाद नीतियों (China Map) के साथ बाज नहीं आ रहा है। शुक्रवार, 30 जुलाई को चीन में सीमा शुल्क अधिकारियों ने अरुणाचल प्रदेश को दुनिया के नक्शे पर भारत के हिस्से के रूप में दिखाने पर उस नक्शे की बड़ी खेप ही जब्त कर ली।

चीन अपनी विस्तारवाद नीतियों (China Map) के साथ बाज नहीं आ रहा है। शुक्रवार, 30 जुलाई को चीन में सीमा शुल्क अधिकारियों ने अरुणाचल प्रदेश को दुनिया के नक्शे पर भारत के हिस्से के रूप में दिखाने पर उस नक्शे की बड़ी खेप ही जब्त कर ली। नक्शा जब्त करने के बाद अधिकारी उसे अपने साथ ले गए। इस पर चीन ने भी गलत दावा कर दिया। चीन ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिण तिब्बत का एक हिस्सा है। क्योंकि अब तिब्बत चीन का हिस्सा है इस लिहाज से अरुणाचल प्रदेश चीन का है। चीन के इस गलत दावे को भारत कई बार खारिज कर चुका है।

भारत की चीन को चेतावनी-

इस विवाद को लेकर भारत का कहना है कि अरुणाचल प्रदेश देश का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। चीन अपनी विस्तारवाद नीति को काबू करे। चीनी अखबार thepaper.cn ने बताया कि शंघाई पुडोंग हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क द्वारा “बेडक्लोथ” के रूप में चिह्नित लगभग 300 निर्यात खेपों में लिपटे नक्शे जब्त किए गए थे।

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China Map पर जारी किया था ये कानून-

चीन ने 2019 में एक नया विनियमन पारित किया था। इस विनियमन से चीन में मुद्रित और बेचे जाने वाले सभी मानचित्रों के लिए कुछ चीजें अनिवार्य कर दी गई थीं। इससे नक्शा (China Map) बनाने वाली कंपनियों को उन सभी जगहों को चीन का हिस्सा दिखाना पड़ेगा जिसपर चीन अपना दावा करता है। इसमें अरुणाचल प्रदेश, ताइवान और दक्षिण चीन सागर शामिल हैं। इस विनियमन के आते ही उसी साल चीनी रीति-रिवाजों ने निर्यात के लिए तीन लाख से अधिक मानचित्रों को नष्ट कर दिया था।

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