दिल्ली

Pragati Maidan Tunnel: डिजिटल कंट्रोल रूम, 100 CCTV कैमरे और जर्मन पंखों से लैस

दिल्ली में जमीन के नीचे म्यूरल आर्ट के कलाकारो का अजूबा देखने को मिलेगा। प्रगति मैदान के नीचे बने सुरंग में दुनिया की सबसे बड़ी आउटडोर म्यूरल आर्ट देखने को मिलेगी। प्रगति मैदान सुरंग में बना म्यूरल आर्ट भी काफी अनोखा है। प्रगति मैदान के पास बना इस सुरंग का निर्माण 6 हिस्सों में किया गया है और ये सुरंग भारत के 6 मौसमों की कहानी को दर्शाता है।

Pragati Maidan Tunnel: नॉएडा, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और दिल्ली एनसीआर से इंडिया गेट, सेंट्रल दिल्ली और साउथ दिल्ली की ओर यात्रा करने वाले लोगों जल्द राहत मिलने वाली है। दरअसल, प्रगति मैदान रिडेवेलोप्मेन्ट प्रोजेक्ट के तहत प्रगति मैदान टनल (Pragati Maidan Tunnel) का काम पूरा कर लिया है और रविवार 19 जून से इस टनल को आम लोगों के खोल दिया जायेगा। लगभग 900 करोड़ से अधिक की लागत से बना ये टनल हाई टेक्नोलॉजी से लेस होगा। साथ ही इस टनल के खुलते ही लाखों लोगों को इसका लाभ मिलेगा।

पीएम मोदी करेंगे Pragati Maidan Tunnel का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 19 जून को प्रगति मैदान टनल (Pragati Maidan Tunnel) का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी 5 अंडरपासों का भी उद्घाटन करेंगे। हालाँकि, इस परीयोजना का छठा अंडरपास यातायात के लिए बाद में खोला जाएगा। इस टनल के खुलने से रिंग रोड के रास्ते नई दिल्ली क्षेत्र में आना-जाना अब और आसान हो जाएगा। पीएमओ के अनुसार पीएम मोदी रविवार की सुबह साढ़े 10 बजे उद्घाटन करेंगे। इस टनल के खुलने से पूर्वी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से इंडिया गेट और सेंट्रल दिल्ली के अन्य हिस्सों तक आसानी से लोग आवाजाही कर सकेंगे।

100 सीसीटीवी कमरों से टनल पर रखी जाएगी निगरानी

वहीं, इस टनल को लेकर लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों ने कहा इस टनल (Pragati Maidan Tunnel) के खुलने से इंडिया गेट, सुप्रीम कोर्ट, मथुरा रोड जाने वाले यात्रियों को जाम से राहत मिलेगी। एक अन्य पीडब्ल्यूडी अधिकारी के मुताबिक टनल के अंदर करीब 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और इस पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा, टनल में उचित वेंटिलेशन की भी व्यवस्था की गई है। वेंटिलेशन के लिए विशेष रूप से जर्मन निर्मित बड़े पंखे लगाए गए हैं।

इन सुविधाओं से लेस होगी Pragati Maidan Tunnel

यह सुरंग (Pragati Maidan Tunnel) स्मार्ट फायर मेनेजमेंट, स्वचालित जल निकासी, डिजिटल रूप से नियंत्रित सीसीटीवी और पब्लिक अनाउंसनमेंट सिस्टम के साथ नवीनतम वैश्विक मानक सुविधाओं से लैस है। इस सुरंग का उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे नए विश्व स्तरीय एक्सिबिशन और कन्वेंशन सेंटर तक सुगम पहुंच प्रदान करना है, जिससे प्रगति मैदान में होने वाले कार्यक्रमों में प्रदर्शकों और आगंतुकों की आसानी से भागीदारी हो सके।

नोएडा, गाजियाबाद और पूर्वी दिल्ली आने-जाने वालों को फायदा

एक बार सुरंग (Pragati Maidan Tunnel) चालू हो जाने के बाद, नोएडा, गाजियाबाद और पूर्वी दिल्ली क्षेत्रों से आने वाले वाहन चालकों के लिए इंडिया गेट, सुप्रीम कोर्ट, मथुरा रोड और इसके विपरीत सिग्नल-फ्री पहुंच होगी। यह सुरंग पुराना किला रोड पर भारत के राष्ट्रीय खेल परिसर (NSCI) के पास से शुरू होती है और पुनर्विकसित प्रगति मैदान के नीचे से गुजरती है और प्रगति पावर स्टेशन के पास रिंग रोड पर समाप्त होती है।

टनल में दिखेगी म्यूरल आर्ट की झकल

इसके अलावा, दिल्ली में जमीन के नीचे म्यूरल आर्ट के कलाकारो का अजूबा देखने को मिलेगा। प्रगति मैदान के नीचे बने सुरंग में दुनिया की सबसे बड़ी आउटडोर म्यूरल आर्ट देखने को मिलेगी। ऐसे में अगर आप ये सोच रहे है की म्यूरल आर्ट क्या होता है तो हम बता दें की म्यूरल आर्ट का मतलब दीवारों पर बनी बड़ी-बड़ी पेंटिंग्स से है। ये पेंटिंग्स देखने में खूबसूरत और कला के माध्यम से कुछ न कुछ संदेश भी देती हैं।

भारत के 6 मौसमो की कहानी कहेगा 6 हिस्सों में बना ये टनल

प्रगति मैदान सुरंग में बना म्यूरल आर्ट भी काफी अनोखा है। प्रगति मैदान के पास बना इस सुरंग का निर्माण 6 हिस्सों में किया गया है और ये सुरंग भारत के 6 मौसमों की कहानी को दर्शाता है। हर हिस्सा सीजन के हिसाब से सूरज और चांद के महत्व को बताता है। सुरंग में आपको कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के सभी त्योहारों की भी झलक देखने को मिलेगी।

गिनीज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज होगा Pragati Maidan Tunnel का नाम

आपको बता दें की दुनिया में सबसे बड़े आउटडोर पब्लिक आर्टवर्क का गिनीज रिकॉर्ड दक्षिण कोरिया के इंचियान के नाम है। वहां 23,688 वर्ग मीटर एरिया में पेंटिंग बनी है। लेकिन जल्द ही अब प्रगति मैदान सुरंग का  नाम इस वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने वाला है। इस टनल में एक लाख से अधिक वर्ग मीटर में आर्टवर्क बनाया गया है। प्रोजेक्ट पर काम करने वाले अधिकारियों के मुताबिक पूरे आर्टवर्क में कहीं भी कोई ब्रेक नहीं है। मेन टनल , रैंप एरिया और टनल की अन्य शाखाओं और इंटिग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर के अंडरपास को मिलाकर इस म्यूरल आर्ट की कुल लंबाई 3 किलोमीटर है।

प्रगति मैदान तक होगी सीधी पहुंच

पीएमओ के मुताबिक, मुख्य सुरंग (Pragati Maidan Tunnel) पुराना किला रोड के माध्यम से रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है। उसके मुताबिक, छह लेन में इस विभाजित सुरंग के कई उद्देश्य हैं, जिसमें प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग तक पहुंच शामिल है। इस सुरंग की एक अनोखी बात यह है कि पार्किंग स्थल के दोनों ओर से यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्य टनल सड़क के नीचे दो क्रॉस टनल्स का निर्माण किया गया है।

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पीएमओ के मुताबिक, लंबे समय से प्रतीक्षित यह सुरंग भैरों मार्ग के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगी और इससे भैरों मार्ग पर आधे से अधिक यातायात भार के कम हो जाने की उम्मीद है। इस सुरंग के साथ-साथ छह अंडरपास भी होंगे जिसमे चार मथुरा रोड पर, एक भैरों मार्ग पर तथा एक रिंग रोड पर होगा।

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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान जारी करते हुए बताया है कि प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई गई है। प्रगित मैदान टनल (Pragati Maidan Tunnel) की कुल लंबाई -1.3 किलोमीटर है और इसकी चौड़ाई में 6 लेन है और इसकी कुल लागत  923 करोड़ रुपये आई है। टनल का निर्माण कार्य जनवरी 2018 में शुरू हुआ था और लेकिन निर्माण कार्य में आ रहीं परेशानियों को देखते हुए इसकी समय सीमा को जून 2020 तक बढ़ा दिया गया था। फिर बाद में COVID-19 लॉकडाउन के कारण इसके निर्माण कार्य में काफी समय लगा।

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